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दाँत के दर्द, सड़न,बदबू,आदि का घरेलु उपय / Teeth Pain Deshi Upchar

वैसे माने तो दाँत हमारे शरीर का एक कठोर भाग होता है। जिसे हम कोई भी चीज जो हम खाते हैं। उसको सबसे पहले दाँतों से ही चबाना पड़ता। यदि नही चबाएं तो वो हमारे शरीर में नुकसान पहुंचा सकती है। दाँत में कीड़े लगने के कारण- दांतों (Teeth) में विकृति होने पर पाचन सिस्टम पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इसलिए नियमित रूप से दाँत (Teeth)  साफ़ करना चाहिए। खाने के बाद भोजन के कण दांतों (Teeth) में न रहने दे। दाँतो को साफ़ न रखने से सूक्ष्म कीटाणु (germs) दाँत के तने (Teeth Root) में घुस जाते है। फिर ये दन्तमज्जा में फ़ैल जाते है। और अंत में दन्तमज्जा के गढ़े में पहुंच  जाते है। जहां पहुंच कर दाँत दर्द (Teeth Pain), सड़न, मुंह के बदबू, और दाँत खोखला (Teeth Cavity) कर देते है।



 दाँत के दर्द, सड़न,बदबू,आदि का घरेलु उपय :-



बबूल की कच्ची टहनियों से दातुन करने दाँत से मजबूत होते है।
सुपारी की राख दाँत को मजबूत बनती है. इसका मंजन करना लाभदायक है।
सूखे तेज पत्तो को बारीक पीस कर हर तीसरे दिन एक बार मंजन करने से दाँत चमकने लगते है।
नीम के उबले पानी में ज़रासा सेंधा नमक डालकर कुल्ला करने से दाँतो और मसूड़ों के रोग खत्म होते है।
दिन में दो बार तिल के तेल में थोड़ा कपूर मिलाकर ऊँगली से दाँतो व मसूड़ों की मालिश करनी चाहिए।
5 लौंग एक गिलास पानी में उबालकर रोज 3 बार कुल्ला करने से दाँत दर्द ठीक हो जायेगा।
एक-दो बार सरसो का तेल एक नथुने से सुघने पर दाँत दर्द कुछ समय के लिए बंद हो जायेगा।
गरम पानी में नमक डालकर कुल्ला करे,  दाँत दर्द में तुरंत राहत मिलती है।
दाँत दर्द में अंजीरके दूध मेंथोड़ी रुई भिगोकरदाँतो के नीचेरखने से लाभहोता है।
दाँत में दर्द होने पर तुलसी के पत्तो का रस व कपूर का फाहा(रुई) रखने से दाँत दर्द दूर होता है।
बिनौलों को पानी के साथ औटाकर फिर उस पानी से कुल्ला करने से दाँत दर्द ठीक हो जाता है।
कच्चा प्याज खाते रहने से मुंह के हानि प्रद बेक्टृरिया को खत्मकर देता है। यह दन्त छय और सांस की बदबू को रोकता है।

जामुन की छाल को जलाकर और बारीक पीसकर कर मंजन के रूप में प्रयोग करने से दाँतो और मसूड़ों को बहुत लाभ मिलता है।

दाँत गलते हो, छोटे छोटे होल हो, मसूड़े फूलते हो, खाना खाने के बाद रोज एक सेब खाये। दाँत और मसूड़े ठीक हो जाएंगे और खराब नहीं होगे।

दाँत में कीड़ा लग गया हो, दर्द हो रहा हो तो आँवले के रस में ज़रा सा कपूर मिलाकर दाँत पर लगाए। दाँत दर्द दूर हो जायेगा।

हल्दी और हींग दोनों पीसकर ज़रा-सा पानी डालकर गोली बना ले और दुखते दाँत के उपर रखकर दबा ले। इससे दाँत दर्द ठीक हो जायेगा।

कपूर गेहू के दाने के बराबर पान में डालकर चबाने से  दाँत दर्द में लाभ होता है। किन्तु इस बात का ध्यान रखे पान की पीक पेट में न जाने पाए।

नौशादर और सोंठ- दोनों बराबर मात्रा में लेकर पीस ले और दन्त पर मले। खोखले जगह में घर दे दाँत के कीड़े मर जाएंगे और दाँत दर्द दूर हो जायेगा।

बरगद व पीपल की छाल 10-10 ग्राम ले। उनके छोटे-छोटे टुकड़े कर ले और 250ग्राम पानी में उबाल ले। इसके गरारे करने से दाँत दर्द खत्म हो जाता है।

लौंग का तेल रुई की फुरेरी से दर्द वाले मसूड़े पर लगाए। भीसण सार्ड भी जल्दी दूर हो जायेगा। तेल दर्द वाले दाँत-मसूड़े के अलावा कही और लग जायेगा तो मुंह में छालापड़ जायेगा।

पहले दो मिनट ठंडा पानी मुंह में रखे फिर गरम पानी दो मिनट मुंह में रखे। इस प्रकार 4 बार करे। ठन्डे से शुरू करके गर्म पर ख़त्म करे। दन्त दर्द ठीक हो जाता है।

60 ग्राम काले तिल सुबह दातुन के बाद बिना कुछ खाये पिए, चाहे तो रात को भी इस तरह खा सकते है। इस प्रयोग से दाँत मजबूत होगे। दाँत दर्द ठीक हो जायेगा ।

यदि दाँत दर्द हो तो सेंधा नमक, सरसो का तेल और निम्बू का रस मिलाकर दाँतो पर मंजन करे। दाँतो का दर्द और दाँतो का हिलना बंद हो जाता है।

निम्बू के 2-3 टुकड़े कर ले और ऊपर से नमक दाल दे। इन टुकड़ो को गरम करके क्रम से दर्द वाले दाँत पर लगए, दाँत दर्द में आराम मिलेगा।

दाँतों में कोचर हो जाये, दाँत में कालापन आ जायेव दन्त में दर्द होता है तो दो काली लहसुन ज़रा-सा सेक कर दाँत में दबा कर थोड़ी देर रखने से दाँत दर्द खत्म हो जाता है।

60 ग्राम सरसो के तेल में लहसुन पीसकर डालें और गर्म करे। जब लहसुन जल जाये तो तेल को ठंडा करके चयन ले। इस तेल में 30 ग्राम जली हुई अजवाइन डाल दें और 25 ग्राम पीसा हुआ सेंधा नमक मिलाये। इसका मंजन करे। इससे दाँतो के सभी रोग ठीक हो जाएंगे।

हल्दी की गाँठ को धीमी आंच पर भून ले। ठंडा होने पर इस गाँठ को बारीक़ पीस कर कपडे से छान ले। इसमें थोड़ा सेंधा नमक भी मिला ले। इस मिश्रण को सुबह और रात्रि सोने से पहले मजन की तरह काम में लें। दाँत में दर्द और अन्य विकार ठीक हो जाएंगे

आम, जामुन, गूलर और बरगद के पेड़ की छाल समान मात्रा में लेकर, कूट पीसकर सोलह गुने पानी में पकाकर, पानी के चौथाई मात्रा में रह जाने पर उस गुनगुने पानी से गरारे किये जाये तो दाँत दर्द व गले के रोग जल्दी ठीक हो जाते है।

छोटी कटोरी के बीजों को चिलम में रखकर जलाने पर इसका दुआ मुंह में लेकर छोड़ने से दाँत दर्द ठीक होता है। इसकी जड़, छाल, पत्ते, और फल को कूट पीस कर पानी में डालकर काढ़ा बनाए और कुल्ला करे तो किसी भी तरह का दाँत दर्द ठीक हो जाता है।