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जुखाम का देशी उपचार / Sardi Jukham Ka Deshi Upchar

जुखाम जब भी किसी को होता है उसके लिए यह एक सर दर्द बन जाता है आम तौर पर जुखाम 3-4 दिन में ठीक होता है खासकर बदलते मौसम में जुकाम  होना आजकल की एक आम समस्या है । थोड़ी सी लापरवाही करने और Body system के कमजोर होने पर यह समस्या किसी को भी  हो सकती है । बेहतर है कि नाजुक हालात बनने से पहले ही जुकाम का उपचार शुरू कर दे । 
 

आइये जानते है कि जुकाम क्या है ?
जुकाम एक तरह की एलर्जी है, यह इस बात का लक्षण भी है कि श्वसन तंत्र में एलर्जी या इन्फेक्शन हो चुका है इसमें नाक से पानी या बलगम निकलता है। जुकाम में हमारे श्वसन तंत्र में पस सेल्स और पानी का मिश्रण बन जाता है और इसी का नाक और गले के माध्यम से सीक्रेशन होने लगता है। जुखाम एक आम संक्रामक रोग है। इसलिए संक्रमण से बचना चाहिए।

आइये जानते है कि जुकाम Jukham कैसे होता है?

जुखाम आमतौर पर सर्दी-गर्मी बढ़ने से , एकदम ठंडा-गर्म खाने से , ठंडे से गर्म व गर्म से ठंडे माहौल में जाने से , ठंडा पानी ज्यादा पीने से  या बारिश में भीगने से कब्ज होने पर, सर्दी लग जाने से होता है। जुखाम सर्दी व कब्ज से  होने के निम्न कारण है अगर पेट में कब्ज है तो नंगे पैर ठन्डे पानी में चलने से सर्दी जुखाम हो जाता है। बारिश में भीगने से जुखाम हो जाता है साथ ही हल्का बुखार भी आ जाता है। मौसम में परिवर्तन की वजह से हमे जुखाम हो जाता है क्योकि शरीर इतनी जल्दी मौसम के अनकूल अपने आप ढल नही पाता है। जाड़ो में लोग अक्सर आग के पास बैठ कर अपने को गर्म रखने कोसिस करते है। शहरो में लोग हीटर का प्रयोग करते है पर वो अक़सर छोटी पर बड़ी गलती करते है वो ठंडा या चिल्ड पानी पी लेते है जिससे  उनको सर्दी जुखाम लग जाता है। चाय पीकर ठंडा शरबत या लस्सी पी ने से भी जुखाम लग जाता है। सोकर उठकर तुरंत नहा लेने से भी सर्दी जुखाम जाता है। व्यायाम के तुरंत बाद नहने से भी  जुखाम बहुत आसानी से हो जाता है।

 मुख्य कारण :-
वैसे तो जुकाम आमतौर पर गले में कुछ बैक्टीरिया स्टिमुलेट हो जाते हैं। ये बैक्टीरिया ही गले में इन्फेक्शन कर देते हैं और जुकाम की वजह बनते हैं।
दुसरा हवा में मौजूद बैक्टीरिया या वायरस जब कभी सांस के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं, तो एलर्जी हो जाती है।  ये बैक्टीरिया सांस लेने के सिस्टम में भी प्रभावित कर देते हैं। नतीजा यह होता है कि पानी वाले या रेशेदार सीक्रेशंस नाक से बाहर आने लगते हैं।


 आइये जानते है कि जुकाम के लक्षण :-

नया जुखाम होने पर नाक से पानी बहता है, छींक आती है, सर और शरीर भारी-भारी या गिरा-पड़ा रहता है। नाक में जलन-सी होती रहती, आँखे लाल हो जाती है, गाल भारी हो जाते है। एक-दो दिन तो नाक से पतला पानी बहता है या छींक आती है, सर और शरीर भारी-भारी या गिरा-पड़ा रहता है। नाक में जलन-सी होती रहती, आँखे लाल हो जाती है, गाल भारी हो जाता है। एक-दो दिन तो नाक से पतला पानी बहता है फिर बलगम गाढ़ा हो जाता है। कई बार नाक बंद भी हो जाती है। लेकिन जुखम 3-4 दिन में ठीक भी हो जाता है।

अगर सीक्रेशंस ज्यादा  गाढ़ा हो तो समझें कि इन्फेक्शन ज्यादा  है। देरी न करे तुरन्त किसी डॉक्टर को दिखाएं।

जुकाम को पांच दिन से ज्यादा हो जाएं या साथ में खांसी, बलगम, बदन दर्द व बुखार भी हो, तो तुरन्त किसी अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाये।

सफेद और पतला पानी निकले तो समझें कि हल्का और आम जुकाम है इससे ज्यादा  घबराने की जरुरत नहीं है।
अगर पीला रेशा व सांस की दिक्कत के साथ बुखार भी हो तो बैक्टीरियल इन्फेक्शन हो सकता है । ऐसे में डॉक्टर के पास जाना चाहिए। 

नाक बंद हो तो वायरल व बैक्टीरियल दोनों तरह के इन्फेक्शन हो सकते हैं। वायरल इन्फेक्शन है तो स्टीम और एंटी-एलर्जिक दवा से ठीक हो जाएगा, नहीं तो एंटीबायोटिक्स लेनी होंगी। (4)



जुखाम का देशी इलाज:-

तुलसी और अदरक की चाय लें।
चाय के साथ आधी चम्मच हल्दी लें।
मुँह में जल भरकर के नहने से कभी जुखाम नही होता है।
काले जीरे को हल्का भूनकर सूंघने से नाक खुल जाती है।
अदरक का रस निकालकर शहद के साथ हल्का गर्म करके खा लें।
सर्दी जुखाम होने पर लहसुन को आग पर भूनकर खाना गुणकारी होता है।
अदरक को कूटकर देसी घी में भूनकर 3-4 बार खाने से जुखाम ठीक हो जाता है।
2 ग्राम पीसी हुई सोंठ की फाकी लेकर ऊपर से 200ग्राम हल्का गर्म दूध पी जिए आपका जुखाम एक दम ठीक हो जायेगा।
एक चम्मच हल्दी को तवे पर गर्म करके उसका धुआं लें। आराम आ जाएगा। दिन में दो बार कर सकते हैं।
एक बड़ी इलायची पीसकर उसमें चुटकी भर हल्दी व चुटकी भर काली मिर्च मिला लें। इसे शहद, मलाई या पानी से लें।
आधा चम्मच सौंठ में चार दाने काली मिर्च के पीसकर मिला लें। इस पाउडर को शहद मिलाकर दिन में तीन-चार बार चाटें।
50 ग्राम अदरक को पानी में उबालकर उसकी भाप लें। उस गर्म पानी में तौलिया भिगोकर छाती पर रखकर सिकाई भी कर सकते हैं।
तीन दिन तक रात को दस खजूर दूध में उबाल कर चबाकर खाए और दूध भी साथ पी जाये। सर्दी जुखाम में बहुत पुराणा देसी इलाज है।
10 ग्राम (1 तौला) अदरक पीसकर भून लें। इसमें एक तौला गुड़ मिलाकर रात को खा लें। ऊपर से पानी न पीएं। दो-तीन दिन में आराम आ जाएगा।
खसखस के दाने दो-तीन छोटे चम्मच और चार काली मिर्च को पीसकर मिला लें। इसे दूध में अच्छी तरह उबालकर पीने से फायदा होता है।
सौंठ, मुलहटी, काली मिर्च व पीपली का पाउडर बना लें। चौथाई चम्मच से जरा कम शहद मिलाकर दिन में दो बार चाटें। शुगर वाले इसे मलाई से लें।
गर्म-गर्म जलेबी दूध में उबालकर खाए और सो जाये। जुखाम कुछ घंटो में एक दम ठीक हो जाएगा। यह एक टेस्टी इलाज है जुखाम भी ठीक करिये और जलेबी भी साथ खाइये।
पाँच मुनक्के धोकर 100 ग्राम पानी में उबाल ले। जब पानी आधा रह जाये तो मुनक्के को चबाते चबाते पानी के पी जाये। इस नुस्खे से आपका जुखाम एक दम भाग जायेगा।
जिनको नजले व जुखाम की शिकायत हो, तो वो 12 महीने धूप में या हलके ग्राम पानी से नहाये और धूप में बैठकर नहाये और नजले जुखाम में खूब फॉलो को काना चाहिए
हल्दी का मोटा मोटा चूर्ण 10 ग्राम और अजवाईन 10 ग्राम दोनों को मिलाकर 2 कप पानी में डालकर आग में उबाल ले. इसे सोते समय पिए. २-३ दिन पीन से जुखाम ठीक हो जाता है। इसे पीने के बाद पसीना आता है।
आधा चम्मच हल्दी गर्म कर लें। इसे एक चम्मच शहद में मिलाएं और शाम या रात को लें। एक घंटे तक पानी न पीएं। मौसमी जुकाम में यह बेहतर है। शुगर के पेशंट शहद की जगह दूध या गर्म पानी में हल्दी डाल लें।
तुलसी और अदरक का रस मिला लें। इसकी आधे से एक चम्मच मात्रा लेकर थोड़ा गर्म कर लें। जब यह ठंडा हो जाए तो इसमें आधा चम्मच शहद मिला लें और दिन में तीन बार लें। शुगर वाले लोग सिर्फ एक बूंद शहद मिलाएं।
50 ग्राम भुने चने, 20 ग्राम कलौंजी व 10 ग्राम पनवाड़ी वाले चूने को पोटली में बांध लें। इसे तवे पर गम करके रात को बार-बार सूंघें। इसे किसी भी मौसम में किया जा सकता है। चना व कलौंजी न मिलने पर सिर्फ चने भी सूंघ सकते हैं।
राई के तेल को प्याज या लहसुन के साथ मिलाकर थोड़ा गरम कर ले इसे पैरो के तलवो में 2 मिनट मालिश से, नाक में सहन कर सके तो थोड़ा नाक में डालने से सर का भारीपन ख़त्म होता है सर्दी जुखाम एक दम ठीक हो जायेगा।
जुखाम के साथ अगर आपको बुखार है तो गर्म पानी, शहद और अदरक रस में चुटकी भर मीठा सोडा डालकर पिला दे या पी ले और पसीना आने दे. पसीने आने के दौरान शरीर में हवा न लगने दे.आपका बुखार और जुखाम एक दम ठीक हो जायेगा।
अदरक50 ग्राम. काली मिर्ची 10 ग्राम, पुराना गुड 20 ग्राम लेकर अदरक के बारीक टुकड़े कर ले, 10 काली मिर्च को कूट ले फिर 250 ग्राम पानी में डाल के गर्म करे (औटाये)। जब 1/4 पानी रह जाये तो छानकर पी जाये। 2-3 दिन में सर्दी खांसी जुखाम ठीक हो जायेगा।
पाव भर दूध में दस-बारह काली मिर्च व दो-तीन बालियां केसर की मिला लें। इसके बाद मिश्री मिलाकर दूध लें।
तुलसी के दस-पंद्रह पत्ते धोकर आधी कटोरी पानी में दो-चार घंटे रख दें। तुलसी का असर उसमें आ जाएगा। इस पानी को पी लें। दिन में दो-तीन बार ऐसा करें।
10पत्ते तुलसी, 2 काली मिर्च, 1 छोटी सोंठ का चरण और एक चुटकी पिसा हुआ सेंधा नमक। इनको 2 कप पानी में डालकर उबाल ले, जब पानी आधा कप बच जाये तब उत्तर कर चयन ले. इसे रात को सोने से पहले, बिना गर्म किये हे, पी ले. चाहे तो सुबह भी पी सकते है। गर्मी मे सर्दी लग जाने पर हुए जुखाम में बहुत असर दर है।
काली मिर्च पाउडर दो चुटकी, हल्दी पाउडर दो चुटकी, सौंठ पाउडर दो चुटकी, लौंग का पाउडर एक चुटकी और बड़ी इलायची आधी चुटकी। इन सबको एक गिलास दूध में डालकर उबाल लें। इस दूध में मिश्री मिलाकर पीने से जुकाम ठीक हो जाता है। शुगर वाले मिश्री की जगह स्टीविया तुलसी का पाउडर मिला लें। यह बिना शुगर बढ़ाए मीठा स्वाद देता है। हाई बीपी व दिल के मरीज भी ले सकते हैं।
जिन्हे बार बार सर्दी-जुखाम होता हो, जुखाम बना रहता हो, नाक बंद रहती हो उन्हें जुखाम शुरू होने के २ दिन पहले ये नुस्खा प्रयोग करना छाए. ४ पिण्ड खौर गुठली हटकर १ ग्राम भर दूध में डाला ले, ४ काली मिर्च और एक बड़ी इलायची कूट कर डेल और आग पर पकाये. पूरी तरह से उबाल जाने पर उत्तर ले १ चम्मच सुध घी डाल ले। पिण्ड खजूर चबा चबाकर कर खाए और घुट घुट कर दूध पिए और मुँह साफ़ करके सो जाये वार्ना भाई शाहब या बहन जी दांत में कीड़े लग जायेगे फिर दांत दर्द की परेशानी शुरू, ४-५ दिन तक या जरुरत की हिसाब तक उपयोग करे ये नुस्खा, ये इलाज आपकी मर्दाना शक्ति भी बढएगा।



जुखाम से बचाव के लिए :-


पानी घूंट-घूंट करके पीएं। इससे कफ नहीं बढ़ता।
सुबह के वक्त बिस्तर से उठकर नंगे पैर न चलें।
ठंडे से गर्म व गर्म से एकदम ठंडे वातावरण में न जाएं।
कपड़े पहनकर सोएं, खासकर कूलर और एसी के सामने।
जुकाम व फ्लू का इंफेक्शन होने पर घर में कपूर और गुगुलू जलाएं। इसके धुएं से घर का वातावरण शुद्ध होता है और वायरस दूर हो जाता है।
ठंडी चीजें जैसे दही, चावल, ठंडा पानी, आइसक्रीम, केला, चॉकलेट, दूध और फ्रिज में रखी चीजो से परहेज रखना चाहिए। व ज्यादा मीठा का सेवन नहीं करना चाहिए।
एलर्जी से जुकाम हो तो पुरानी चीजें जैसे पुरानी किताबें, अलमारियां, काफी समय से न पहने गए कपड़े और कालीन साफ करके रखें। इनमें बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं।
तालू में गंदा पानी भर जाने से भी जुकाम हो जाता है। सुबह मुंह साफ करते वक्त अंगूठे से तालू को हल्का दबाएं। यह क्रिया बैठकर करें। तालू को सीधे हाथ के अंगूठे से साफ करें।