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भूख को बढाने के देशी , घरेलू व आयुर्वेदिक नुस्खे

प्रिय दोस्तो , आज के इस बदलते युग के दोर में हम अपने शरीर को समय नी दे पा रहे हैं। बल्कि लम्बी आयु के लिए शरीर का निरोगी , स्वस्थ व तंदरुस्त होना जरुर है। इस भाग-दोड़ की ज़िन्दगी में हमे खाने तक का समय नहीं है। चलिए फिर भी हम आपके सुंदर भविष्य के लिए दुआएं करतें हैं। कि आपकी जिन्दगी हमेशा सफल रहे आज हम आपको भूख कम लगने के कारण, देशी उपाय , घरेलू  व आयुर्वेदिक नुस्खे बताने जा रहें हैं। जो निचे दिए गए हैं :-

भूख कम लगने के कारण:-

हमे भूख कम लगने के मुख्य कारण - कब्ज, भय, चिंता, गुस्सा, बुखार ( मलेरिया, खसरा, चेचक आदि), नींद ना आना, पेट दर्द, सर दर्द, जुखाम आदि बहुत से रोगो के कारण भूख नही लगती है। किसी बीमारी के ठीक होने के बाद भूख खुद बा खुद लगने लगती है। पर लंबी बीमारी के बाद भूख लगने की दवा दी जाती। भूख ना लगना एक रोग है। भूख कम लगने के रोग अक्सर जिगर और आमाशय की खराबी के कारण होता है। भूख की कमी के साथ, वजन की कमी, बेचैनी। किसी काम मे जी ना लगना, पेट थोड़ा खाने मे भी भरा भरा लगना, बिना कुछ खाए खट्टी डकार आना, मुंह मे पानी भर जाना, मामूली मेहनत करने पर थकान होना, खाने के बाद पेट भारी होना, खाना खाकर भी तबियत खुश ना होना।



 भूख को बढाने के देशी , घरेलू  व आयुर्वेदिक नुस्खे :-


अनन्नास का रस पीने से भूख बहुत लगती है।
ताज़ा नारियल का पानी पीने से भी भूख बढ़कर लगती है।
खाना ना अच्छा लगता तो गन्ने का रस मे नींबू निचोड़ कर पिए।
जायफल का चूरन शहद के साथ खाने से पाचन शक्ति  बढ़ती है।
खाना खाने बाद पाव भर ताज़ा अमरूद खाने से भूख खुलकर लगती है।
यदि गर्मी की वजह से भूख मर गई हो तो अडूसा का सेवन करे, भूख खुलकर लगेगी।
जामुन के रोज खाने से भूख खुलकर लगती है. पेट दर्द मे बहुत लाभदायक घरेलू उपाय है।
अदरक,बिजौरा, अनार या नींबू मे से किसी एक, या दो या चारो का रस  मिलकर पीना चाहिए।
घरेलू उपचार मे चावल का मण्ड मे काला नमक और हीग मिलकर पीन से भूख खुलकर लगती है।
आम का रस आधा कप निकालकर, उसमे थोड़ा सा सेंधा नमक, थोड़ी मिश्री डालकर धीरे-धीरे पिए।
5-7  लीचियाँ चूसने या धीरे-धीरे खाते रहने से कुछ देर बाद खाना खाने की इच्छा होगी लगती है।
धनिया, छोटी इलायची का चूरन, गीयी और शक्कर लेने से भी खाने की इक्चा बढ़ती है. भूख बढ़ती है।
भूख बढ़ने के उपचार मे आम का अचार खाने से पेट को शांति मिलती है. और  भूख खुलकर लगती है।
काला नमक, काली मिर्ची के साथ गर्म नींबू (आधा) पर रखकर, धीरे धीरे चूसने से भूखा बढ़ने लगती है।
पक्की इमली के पने मे सेंधा नमक, काली मिर्च और हीग डालकर पीने से भूख ना लगने मे लाभ होता है।
एक चुटकी हल्दी रोज लेने से भूख बढ़ जाती है. इसका सेवन करने से आंतो को भी बहुत लाभ पहचुता है।
अजवाइन को बारीक चूरन 5 ग्राम, और ज़रा सा सेधा नमक और जल ले साथ फाकी ले, इससे खाने की इच्छा बढ़ेगी।
मुनक्का, नमक और काली मिर्च- सबको मिलकर तवे पर गर्म कर ले और सेक ले और सिक जाने पर चूस कर खा ले। भूख  खूब बढ़कर लगेगी।
बहुत बार गर्मी की वजह से से भी भूख नही लगती है। ऐसे मे भोजन के एक घंटे पहले बर्फ़ का पानी पेट भर पी ले. इससे भी भूख लग जाएगी।
एक कप मूली के रस मे एक चम्मच अदरक का और एक चम्मच नींबू का रस मिलकर रोज पीने से  भूख बढ़ती है और पेट संभी सभी रोग ख़त्म हो जाते है।
200 ग्राम जामुन के रस मे एक किलो चीनी मिलाकर चासनी तैयार कर ले। छानकर बोतल मे भर ले। इस शरबत के उपचार से शारीरिक थकान और बूख बढ़ती है।
5ग्राम शहद मे और 5ग्राम अदरक और बांसे (अडूसा) का रस मिलाकर ताजा पिए। भूख तो बढ़ेगी और रक्त इतनी मात्रा मे बनेगा की गाल आपके लाल हो जाएगे।
भूख कम लगना, मधुमेह(डाइयबिटीस), खाना हजम ना होने की तकलीफो मे 10 ग्राम सोंठ चूर्ण और 10 ग्राम यवाछार को एक ग्राम गाय घी में मिलाकर दिन मे 3 बार ले।
काली मिर्च, सोंठ, पीपल, जीरा और सेंधा नमक सभी बराबर मात्रा ले और कूट-पीसकर चूर्ण बना ले। भोजन करने के बाद आधा चम्मच तक खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है।
एक नींबू का रस, एक चम्मच अदरक रस- यह दोनो एक गिलास, ठंडे पानी मे मिलकर चुटकी भर नमक डाले और इसे पी जाए। यह घरेलू उपाय भूख लगने मे काफ़ी कारगर है।
खाने पीने की इच्छा ना होने पर एक कप पानी मे स्वादंसुअर शक्कर, इमली, थोड़ी पीसी हुई चौथाई चम्मच काली मिर्च मिलाकर छानकर रोज 4 बार पीने से खाना खाने इच्छा होगी।
खाना खाने की इच्छा ना करने पर 1 कप पानी मे 2 छोटा  चम्मच अदरक का रस वा चुटकी भर नमक मिलाकर इस को 10-15 मिनट के बाद मुंह मे रखे। फिर कूला कर दे या निकाल दे ( ध्यान दे इस को पीना नही है)
भूख की कमी, भोजन अछा ना लगना, खाया हुआ ठीक से हजम ना होना आदि तकलीफ़ मे अनार-दाना 100 ग्राम मे काली मिर्च 25 ग्राम, कालुंजी 25 ग्राम, जीरा 30 ग्राम, सेधा नमक 20 ग्राम मिलक्र् चूरन कर ले। इस चूरन की 10 ग्राम की मात्रा सुबह शाम गर्म पानी से सेवन करे।
खाना खाने की इच्छा ना होना, बिना खाए ही खट्टी डाकरे आना, साधारण काम करने से थक जाना और भूख की कमी, कब्ज होना- ये सब कमजोर पाचन शक्ति के लक्षण है। करेला खुद मे एक घरेलू औषधि है। करेले की कम तेल-मसाले की सब्जी 7 दिन खाने से पाचन शक्ति बढ़ती है, उदर रोग, कब्ज, आफरा आना सभी रोग ख़तम हो जाते है।