लड़कियों के चेहरे से जानिए उनके आचार-विचार
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चेहरे के खास अंग जैसे नाक, सिर, आंखें, पलक, कान, भौंहें आदि अंगों की बनावट और स्थिति जैसी होती है व्यक्ति का स्वभाव भी वैसा ही होता है। इस संबंध में ज्योतिष शास्त्र में कई महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं।
ज्योतिष में शरीर के लक्षणों के देखकर व्यक्तित्व और भविष्य बताने की विधि को सामुद्रिक विद्या कहते हैं। ये ज्योतिष का अभिन्न अंग है। सामुद्रिक विद्या के अनुसार मनुष्य के सिर से लेकर पैर तक हर अंग के अपने कुछ लक्षण होते हैं। किसी भी व्यक्ति के चेहरे को देखकर ये आसानी से बताया जा सकता है कि वो व्यवहार, आचार-विचार और कार्यक्षेत्र में कैसा है।
भरे हुए चेहरे तथा फूले हुए गालों का लड़कियां सुखी, श्रेष्ठ भोजन प्राप्त करने वाला, हंसोड़, प्रसन्नमुख अपने हृदय में चिंताओं को कम स्थान देने वाला, मित्रों से युक्त, थोड़े से ही परिश्रम से सफलताएं प्राप्त करने वाला, उदार, स्वाभिमानी, यशस्वी तथा प्रभावशाली होता है।
पतले चेहरे वाली लड़कियां सुख के साधनों में कुछ कमी पाने वाला, हृदय का कमजोर, चिंताशील, जिद्दी, क्रोधी तथा आत्म-ग्लानि से सम्पन्न होता है। वह अपना स्वार्थ सिद्घ करने के लिए गुप्त युक्तियों से काम लेने वाला होता है तथा उसके मित्रों की संख्या सीमित होती है।
जिन लड़कियों का मस्तिष्क चौड़ा तथा मुंह पतला होता है वह लौकिक सफलताओं को प्राप्त करने वाला होशियार, दूरदर्शी, सम्मान पाने वाला तथा भाग्यवान होता है परंतु उसे अपने पारिवारिक जीवन में दुख एवं कमी का अनुभव होता रहता है उसके आंतरिक मित्रों की संख्या भी सीमित होती है।
जिसका मस्तिष्क लम्बा चौड़ा तथा चेहरा भरा हुआ हो वह भाग्यवान, धनी, दूरदर्शी, बुद्घिमान, यशस्वी, सुखी, विद्वान तथा इष्ट मित्रों से युक्त, ऐश्वर्य पूर्ण जीवन व्यतीत करने वाला होता है। ऐसे लोग लौकिक तथा पारलौकिक विषयों के ज्ञाता, धर्माचरण करने वाले स्वाभिमानी तथा सर्वत्र सम्मान प्राप्त करने वाले होते हैं।
जिस मनुष्य का मस्तिष्क कम चौड़ा तथा मुंह हल्का और पतला हो वह दब्बू प्रकृति का, गुप्त रीतियों से स्वार्थ साधन करने वाला परिश्रमी, मनचाही स्थिति व सम्मान प्राप्त न करने वाला होता है।
ज्योतिष में शरीर के लक्षणों के देखकर व्यक्तित्व और भविष्य बताने की विधि को सामुद्रिक विद्या कहते हैं। ये ज्योतिष का अभिन्न अंग है। सामुद्रिक विद्या के अनुसार मनुष्य के सिर से लेकर पैर तक हर अंग के अपने कुछ लक्षण होते हैं। किसी भी व्यक्ति के चेहरे को देखकर ये आसानी से बताया जा सकता है कि वो व्यवहार, आचार-विचार और कार्यक्षेत्र में कैसा है।
भरे हुए चेहरे तथा फूले हुए गालों का लड़कियां सुखी, श्रेष्ठ भोजन प्राप्त करने वाला, हंसोड़, प्रसन्नमुख अपने हृदय में चिंताओं को कम स्थान देने वाला, मित्रों से युक्त, थोड़े से ही परिश्रम से सफलताएं प्राप्त करने वाला, उदार, स्वाभिमानी, यशस्वी तथा प्रभावशाली होता है।
पतले चेहरे वाली लड़कियां सुख के साधनों में कुछ कमी पाने वाला, हृदय का कमजोर, चिंताशील, जिद्दी, क्रोधी तथा आत्म-ग्लानि से सम्पन्न होता है। वह अपना स्वार्थ सिद्घ करने के लिए गुप्त युक्तियों से काम लेने वाला होता है तथा उसके मित्रों की संख्या सीमित होती है।
जिन लड़कियों का मस्तिष्क चौड़ा तथा मुंह पतला होता है वह लौकिक सफलताओं को प्राप्त करने वाला होशियार, दूरदर्शी, सम्मान पाने वाला तथा भाग्यवान होता है परंतु उसे अपने पारिवारिक जीवन में दुख एवं कमी का अनुभव होता रहता है उसके आंतरिक मित्रों की संख्या भी सीमित होती है।
जिसका मस्तिष्क लम्बा चौड़ा तथा चेहरा भरा हुआ हो वह भाग्यवान, धनी, दूरदर्शी, बुद्घिमान, यशस्वी, सुखी, विद्वान तथा इष्ट मित्रों से युक्त, ऐश्वर्य पूर्ण जीवन व्यतीत करने वाला होता है। ऐसे लोग लौकिक तथा पारलौकिक विषयों के ज्ञाता, धर्माचरण करने वाले स्वाभिमानी तथा सर्वत्र सम्मान प्राप्त करने वाले होते हैं।
जिस मनुष्य का मस्तिष्क कम चौड़ा तथा मुंह हल्का और पतला हो वह दब्बू प्रकृति का, गुप्त रीतियों से स्वार्थ साधन करने वाला परिश्रमी, मनचाही स्थिति व सम्मान प्राप्त न करने वाला होता है।