एक बेर एक स्कूल का इंस्पेक्शन था, इंस्पेक्टर आ गया,
एक बेर एक स्कूल का इंस्पेक्शन था, इंस्पेक्टर आ गया,
क्लास में गया, बोला मॉनिटर कौन सा है ?
एक बोला, जी मैं हूँ....
इंसपेक्टर बोला, अक यु के होरा स ,
कोई बालक लाइन में नही बैठा,
कोई ड्रेस में नही है, यह कैसा अनुशासन है?
बालक बोला, मैं मॉनिटर ना हूँ, मॉनिटर तो रोटी खान जा रा स ,
मैं तो चाय की दूकान पे काम करू सू .
इंसपेक्टर उठ के गया स्टाफ रूम में,
मास्टरजी त बोला, यु के होरा स , स्कूल में कोई पौधा नही है,
न कोई बालक ड्रेस में है.
मास्टर बोला, मैं तो डंगरों का डाक्टर हूँ, मास्टर तो ब्याह में जा रहा है.
अब इंसपेक्टर न घना छो आ गया, सीधा गया हेड मास्टर के कमरे में,
बोला, यु के है स , थारे स्कूल में मॉनिटर नकली, मास्टर नकली, मुझे जवाब चाहिए अभी.
हेड मास्टर बोला, अक जी मैं तो बैंक का क्लर्क हूँ, हेड मास्टर तो समधाने में जा रा स , कदी जब वोह नही होता तो मैं उसका काम चला दूँ सूं , अर कदी वोह मेरा चला दे स .
इंसपेक्टर बोला, आज सारे सस्पेंड हो जाते, जो मैं असली इंसपेक्टर होता ......