कमर में दर्द का घरेलू उपचार
हम सभी जानते हैं कि कमर दर्द रोग विशेष रूप से महिलाओ और 40 से ऊपर उम्र के आदमीओ को होता है।
कमर दर्द के कारण- पहले हम जानतें हैं कि कमर दर्द किस कारण से होता है। ये रोग बहुत अधिक देर तक बैठे-बैठे काम करने से,या बहुत अधिक देर खड़े रहने से, या बैठने या काम करने की गलत स्थिति से, नरम गदो पर सोने से, ऑफिस में या भारी वजन गलत तरीके से एक दम अचानक से उठाने पर कमर दर्द हो जाता है। मासपेशीयों में खिचाव या मानशिक तनाव के कारण भी कमर दर्द हो जाता है। महिलाओ में गर्भाशय के बहुत से विकारो के कारण कमर दर्द हो जाता है।
कमर दर्द के लक्षण :-
आइये हम आपको बता दे कि जब होता है तो इसको कैसे महसूस किया जाता है या फिर इसके लक्षण क्या हैं:- कमर दर्द या पीठ दर्द में अधिक दर्द या पीड़ा होती है, उठने-बैठने में कमर में ज्यादा दर्द होता है, झुकने पर कमर दर्द का होना आदि इसके लक्षण है। इस रोग में विशेष बात यह ध्यान में रखने की होती है की कुर्शी पर, या जमीन पर जब भी बैठे सीधे सतर्क ही बैठे। सोने के लिए सख्त बिस्तर ही प्रयोग करे।
कमर दर्द के देसी उपाय:-
कमर दर्द में मेथी की सब्जी खाने से कमर दर्द के बहुत फायदा होता ये घरेलु उपचार है।
सहजन फूल या फली की सब्जी खाना कमर दर्द का घरेलु उपचार है।
कमर की हुक (पीठ दर्द) में एक चमच्च काला नमक सादे पानी से दिन में २ बार पिए दर्द में आराम मिलेगा।
अस्वगनधा और सोंठ बराबर मात्र में लेकर चूर्ण बना ले. १-१ ग्राम दिन में दूध के साथ लेने से कमर दर्द दूर हो जाता है।
अजवाइन के चूर्ण को तिल ले तेल में मिलकर मालिश करने से संधिवात , कमर दर्द आदि रोगो में बहुत फायदा मिलता है ।
कमर दर्द का ये देसी इलाज है इसमें बादाम के तेल से कमर की मालिश करे तो कमर का दर्द जल्दी ही दूर हो जाता है।
गठिया के दर्द, सर दर्द और कमर के दर्द में लौंग के तेल की मालिश करने से बहुत ज्यादा आराम मिलता है ये घरेलु उपचार जरूर करना चाहिए।
जायफल पानी में घिसकर तिल के तेल में मिलकर अच्छी तरह गर्म करे. ठंडा होने पर कमर पर मालिश करे, ये देसी इलाज कमर दर्द में बहुत कारगर है।
जायफल के आयुर्वेदिक दवा है इसका प्रयोग या उसे बहुत से रोग में किया गया है। जायफल का लेप शरीर के किसी भी दर्द को ठीक करता है । ये कमर दर्द का आयुर्वेदिक घरेलु नुस्खा है।
कमर दर्द में एक चमच्च अदरक के रस में आधा चमच्च घी मिलकर पिए कमर दर्द का आयुर्वेदिक घरेलु उपचार है।
बर्बाद की 4-5 कालिया पीस ले और हल्का काला नमक मिला ले, सुबह चटनी की तरह नास्ते में परार्धे के साथ खाए ये घरेलु इलाज आपका कमर का दर्द दूर करेगा साथ ही आपकी कमर को मजबूत भी बनाएगा।
कमर दर्द हो तो सोंठ का चूर्ण या अदरक के रस को नारियल के तेल में गरम करके मालिश करे ये असरदार घरेलु इलाज है।
ये आयुर्वेदिक नुस्खा कमर दर्द में अचूक है। गेहूँ की रोटी एक और से सेक ले और एक ओर से कच्ची रखे, कच्ची की ओर से तिल का तेल लगाकर कमर में जहाँ दर्द हो वहाँ बांध ले आपका कमर दर्द दूर हो जायेगा।
धतूरे के पतों का रस 200 ग्राम, आक के पतों का रस २०० ग्राम, अरण्ड के पतों का रस 200 ग्राम, तिल्ली का तेल 1 किलोग्राम लेकर उसमे अच्छी तरह से पकाये, फिर छानकर रखे ले ये आयुर्वेदिक इलाज कमर दर्द में बेजोड़ है. जब आपको कमर दर्द हो इसको हल्का गरम करके ही मालिश करे।
सोंठ को मोटा मोटा पीसकर २ कप पानी में उबालकर काढ़ा बना ले, जब आधा कप पानी बचे तब उतारकर ठंडा कर ले और इसमें 2 चमच्च अरण्डी का तेल डालकर सोने से पहले कमर में लगाये, कमर दर्द या बैक पैन में ये घरेलु उपाय काफी असरदार है।
राई के तेल और तिल के तेल को सामान भाग में लेकर शीशी में डालकर हिला ले और जहाँ पर ज्यादा दर्द हो वहाँ इस तेल की मालिश करने से शरीर के सभी प्रकार दर्द खत्म हो जायेगा साथ जो दर्द में खुजली होती है वो ख़त्म हो जाती है। ये प्योर देशी इलाज है।
खसखस (पोस्तदाना) और मिश्री दोनों समनभाग लेकर कूट le. 5 ग्राम सुबह aur 5 ग्राम रात को ग्राम दूध के साथ ले ये देसी इलाज कमर दर्द में बहुत कारगर है। इस नुस्खे से आपका कमर दर्द धीरे धीरे करके जाता रहेगा।
कमर दर या घुटने के दर्द में नागौरी १००ग्रम, दानामेथी १००ग्रम, विधारा १००ग्रम सोंठ २५ ग्राम। उकत सभी आयुर्वेदिक डावाओ को कूट पीसकर सूती कपडे में छान ले साफ़ सुखी शीशी में भरकर रखे ले एक छोटा चमच्च सुबह शाम ल।
खसखस (पोस्तदाना) और काली मिर्च समनभाग लेकर कूटपीस ले और सूती कपडे से छान ले। सुबह और रात में सोने के टाइम 5-5 ग्राम की मात्र में फाक कर ऊपर से हल्का ग्राम दूध पिए इससे आपका कमर दर्द बहुत जल्दी ठीक होगा ये देसी इलाज या उपाय बहुत कारगर है।
एक किलो सर्सो के तेल में 250 ग्राम लहसुन की काली डालकर आग पर तब तक ग्राम करे जब तक लहसुन जल न जाये। जले हुए तेल को छानकर शीशी में भर ले और 2 दफा कमर की मालिश करे आपका कमर दर्द ठीक हो जायेगा।
ग्वारपाठा का थोड़ा सा गुदा आते में मिलकर इसकी बाटी बनाकर कंडे की रख में अच्छी तरह से सेक ले और सुध देसी घी में डुबोकर, इसे खूब चबाकर (प्रतिदिन 1 बाटी) खाने से कमर और जोड़ो के दर्द में बहुत आराम मिलता है .इस बाटी का चरम बनाकर इसमें देसी घी शककर डालकर भी खा सकते है ये घरेलु उपचार है कमर दर्द का ।
छुहारे की गुठली निकालकर उसमे सुध देसी गूगल भर दे। फिर छुहारे को मोटे आटे का लेप कारक आग में लाल होने तक सेके.सिक जाने के उपरांत इसे ठंडा करके आते को उतारकर फेक दे। जले हुए छुहारे और गूगल को कूट कर मटर जैसी बोली बना ले। सुबह शाम एक एक गोली गुगुने दूध के साथ ले। ये भयंकर से भयंकर कमर दर्द का आयुर्वेदिक रामबाण इलाज है।
मै जो उपचार बतने जा रहा हु कमर दर्द का आयर्वेदिक उपचार है और बहुत ही असरदार है -लहसुन 100 ग्राम लेकर सिलवट या पत्थर पे पीस ले 2 किलो दूध को उबालकर खोवा या खोया बना ले उसमे 100 gram पीसी हुई लहसुन मिला दे या खोया बनते समय मिला दे बस दूध न फटने पाये। इस खोये में 100 ग्राम मिश्री मिलकर 10-10 ग्राम लाडू बना ले। इन लाडू को आप सुबह शाम खाए आपका कमर दर्द बहुत जल्दी ठीक हो जायेगा ।
कमर दर्द के कारण- पहले हम जानतें हैं कि कमर दर्द किस कारण से होता है। ये रोग बहुत अधिक देर तक बैठे-बैठे काम करने से,या बहुत अधिक देर खड़े रहने से, या बैठने या काम करने की गलत स्थिति से, नरम गदो पर सोने से, ऑफिस में या भारी वजन गलत तरीके से एक दम अचानक से उठाने पर कमर दर्द हो जाता है। मासपेशीयों में खिचाव या मानशिक तनाव के कारण भी कमर दर्द हो जाता है। महिलाओ में गर्भाशय के बहुत से विकारो के कारण कमर दर्द हो जाता है।
कमर दर्द के लक्षण :-
आइये हम आपको बता दे कि जब होता है तो इसको कैसे महसूस किया जाता है या फिर इसके लक्षण क्या हैं:- कमर दर्द या पीठ दर्द में अधिक दर्द या पीड़ा होती है, उठने-बैठने में कमर में ज्यादा दर्द होता है, झुकने पर कमर दर्द का होना आदि इसके लक्षण है। इस रोग में विशेष बात यह ध्यान में रखने की होती है की कुर्शी पर, या जमीन पर जब भी बैठे सीधे सतर्क ही बैठे। सोने के लिए सख्त बिस्तर ही प्रयोग करे।
कमर दर्द के देसी उपाय:-
कमर दर्द में मेथी की सब्जी खाने से कमर दर्द के बहुत फायदा होता ये घरेलु उपचार है।
सहजन फूल या फली की सब्जी खाना कमर दर्द का घरेलु उपचार है।
कमर की हुक (पीठ दर्द) में एक चमच्च काला नमक सादे पानी से दिन में २ बार पिए दर्द में आराम मिलेगा।
अस्वगनधा और सोंठ बराबर मात्र में लेकर चूर्ण बना ले. १-१ ग्राम दिन में दूध के साथ लेने से कमर दर्द दूर हो जाता है।
अजवाइन के चूर्ण को तिल ले तेल में मिलकर मालिश करने से संधिवात , कमर दर्द आदि रोगो में बहुत फायदा मिलता है ।
कमर दर्द का ये देसी इलाज है इसमें बादाम के तेल से कमर की मालिश करे तो कमर का दर्द जल्दी ही दूर हो जाता है।
गठिया के दर्द, सर दर्द और कमर के दर्द में लौंग के तेल की मालिश करने से बहुत ज्यादा आराम मिलता है ये घरेलु उपचार जरूर करना चाहिए।
जायफल पानी में घिसकर तिल के तेल में मिलकर अच्छी तरह गर्म करे. ठंडा होने पर कमर पर मालिश करे, ये देसी इलाज कमर दर्द में बहुत कारगर है।
जायफल के आयुर्वेदिक दवा है इसका प्रयोग या उसे बहुत से रोग में किया गया है। जायफल का लेप शरीर के किसी भी दर्द को ठीक करता है । ये कमर दर्द का आयुर्वेदिक घरेलु नुस्खा है।
कमर दर्द में एक चमच्च अदरक के रस में आधा चमच्च घी मिलकर पिए कमर दर्द का आयुर्वेदिक घरेलु उपचार है।
बर्बाद की 4-5 कालिया पीस ले और हल्का काला नमक मिला ले, सुबह चटनी की तरह नास्ते में परार्धे के साथ खाए ये घरेलु इलाज आपका कमर का दर्द दूर करेगा साथ ही आपकी कमर को मजबूत भी बनाएगा।
कमर दर्द हो तो सोंठ का चूर्ण या अदरक के रस को नारियल के तेल में गरम करके मालिश करे ये असरदार घरेलु इलाज है।
ये आयुर्वेदिक नुस्खा कमर दर्द में अचूक है। गेहूँ की रोटी एक और से सेक ले और एक ओर से कच्ची रखे, कच्ची की ओर से तिल का तेल लगाकर कमर में जहाँ दर्द हो वहाँ बांध ले आपका कमर दर्द दूर हो जायेगा।
धतूरे के पतों का रस 200 ग्राम, आक के पतों का रस २०० ग्राम, अरण्ड के पतों का रस 200 ग्राम, तिल्ली का तेल 1 किलोग्राम लेकर उसमे अच्छी तरह से पकाये, फिर छानकर रखे ले ये आयुर्वेदिक इलाज कमर दर्द में बेजोड़ है. जब आपको कमर दर्द हो इसको हल्का गरम करके ही मालिश करे।
सोंठ को मोटा मोटा पीसकर २ कप पानी में उबालकर काढ़ा बना ले, जब आधा कप पानी बचे तब उतारकर ठंडा कर ले और इसमें 2 चमच्च अरण्डी का तेल डालकर सोने से पहले कमर में लगाये, कमर दर्द या बैक पैन में ये घरेलु उपाय काफी असरदार है।
राई के तेल और तिल के तेल को सामान भाग में लेकर शीशी में डालकर हिला ले और जहाँ पर ज्यादा दर्द हो वहाँ इस तेल की मालिश करने से शरीर के सभी प्रकार दर्द खत्म हो जायेगा साथ जो दर्द में खुजली होती है वो ख़त्म हो जाती है। ये प्योर देशी इलाज है।
खसखस (पोस्तदाना) और मिश्री दोनों समनभाग लेकर कूट le. 5 ग्राम सुबह aur 5 ग्राम रात को ग्राम दूध के साथ ले ये देसी इलाज कमर दर्द में बहुत कारगर है। इस नुस्खे से आपका कमर दर्द धीरे धीरे करके जाता रहेगा।
कमर दर या घुटने के दर्द में नागौरी १००ग्रम, दानामेथी १००ग्रम, विधारा १००ग्रम सोंठ २५ ग्राम। उकत सभी आयुर्वेदिक डावाओ को कूट पीसकर सूती कपडे में छान ले साफ़ सुखी शीशी में भरकर रखे ले एक छोटा चमच्च सुबह शाम ल।
खसखस (पोस्तदाना) और काली मिर्च समनभाग लेकर कूटपीस ले और सूती कपडे से छान ले। सुबह और रात में सोने के टाइम 5-5 ग्राम की मात्र में फाक कर ऊपर से हल्का ग्राम दूध पिए इससे आपका कमर दर्द बहुत जल्दी ठीक होगा ये देसी इलाज या उपाय बहुत कारगर है।
एक किलो सर्सो के तेल में 250 ग्राम लहसुन की काली डालकर आग पर तब तक ग्राम करे जब तक लहसुन जल न जाये। जले हुए तेल को छानकर शीशी में भर ले और 2 दफा कमर की मालिश करे आपका कमर दर्द ठीक हो जायेगा।
ग्वारपाठा का थोड़ा सा गुदा आते में मिलकर इसकी बाटी बनाकर कंडे की रख में अच्छी तरह से सेक ले और सुध देसी घी में डुबोकर, इसे खूब चबाकर (प्रतिदिन 1 बाटी) खाने से कमर और जोड़ो के दर्द में बहुत आराम मिलता है .इस बाटी का चरम बनाकर इसमें देसी घी शककर डालकर भी खा सकते है ये घरेलु उपचार है कमर दर्द का ।
छुहारे की गुठली निकालकर उसमे सुध देसी गूगल भर दे। फिर छुहारे को मोटे आटे का लेप कारक आग में लाल होने तक सेके.सिक जाने के उपरांत इसे ठंडा करके आते को उतारकर फेक दे। जले हुए छुहारे और गूगल को कूट कर मटर जैसी बोली बना ले। सुबह शाम एक एक गोली गुगुने दूध के साथ ले। ये भयंकर से भयंकर कमर दर्द का आयुर्वेदिक रामबाण इलाज है।
मै जो उपचार बतने जा रहा हु कमर दर्द का आयर्वेदिक उपचार है और बहुत ही असरदार है -लहसुन 100 ग्राम लेकर सिलवट या पत्थर पे पीस ले 2 किलो दूध को उबालकर खोवा या खोया बना ले उसमे 100 gram पीसी हुई लहसुन मिला दे या खोया बनते समय मिला दे बस दूध न फटने पाये। इस खोये में 100 ग्राम मिश्री मिलकर 10-10 ग्राम लाडू बना ले। इन लाडू को आप सुबह शाम खाए आपका कमर दर्द बहुत जल्दी ठीक हो जायेगा ।