Hindi Shayri With Love / हिंदी शायरी प्यार के साथ
Hindi Shayri Love Bari / हिंदी शायरी प्यार के साथ
पर मेरे ख्वाबों की भी तस्वीर थीं वो,
मुझे मिलती तो कैसे मिलती,
किसी और की हिस्से की तक़दीर थीं वो|
तु कहती थी मै मिलुगीं
हर गली हर मोड हर दरवाजे
के पीछे
सभी थे लेकिन तु नहीं थी
मेरे जनाजे के पीछे ।
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हां मै कहती थी मै मिलुगीं
हर गली हर मोड हर दरवाजे
के पीछे
तुने मुडके नहीं देखा
था इक जनाजा तेरे जनाजे
के पीछे ।
तमन्ना से नहीं तन्हाई से डर लगता है,
प्यार से नहीं रूसवाई से डर लगता है,
मिलने की तो बहुत चाहत है,
पर मिलने के बाद जुदाई से डरते है !!
दोस्ती का शुक्रिया कुछ इस तरह अदा करू,
आप भूल भी जाओ तो मे हर पल याद करू,
खुदा ने बस इतना सिखाया हे मुझे
कि खुद से पहले आपके लिए दुआ करू..