दिल की बात
आज बेवफाई के समय में प्यार के बारे में सोचकर भी डर लगता है
कि न जाने कब किसकी बेवफाई, किसी को पूरी तरह तोड़ डाले.
यूँ सबके सामने अपने आंसुओं को छलकाया मत करो
दिल के दर्द यूँ सरेआम दिखाया मत करो.
सच्चा प्यार तो न मिला हमें
लेकिन सच्चे प्यार को पाने के काबिल हो गए हम.
कि न जाने कब किसकी बेवफाई, किसी को पूरी तरह तोड़ डाले.
यूँ सबके सामने अपने आंसुओं को छलकाया मत करो
दिल के दर्द यूँ सरेआम दिखाया मत करो.
लेकिन सच्चे प्यार को पाने के काबिल हो गए हम.
कैसे लिखोगे कोरे कागज पर उस इश्क की दास्ताँ
दो प्रेमियों ने जिसमें एक-दूसरे को सदियों से पल-पल चाहा हो