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आयुर्वेदिक उपचार - पेट की गर्मी दूर कैसे करें ?

आयुर्वेदिक उपचार - पेट की गर्मी दूर कैसे करें ? / Pet Ke Rog Dur Karne Ke Deshi Tarike


खाने के साथ दही और छाछ का सेवन भी पेट की गर्मी दूर करता है, जिस के कारण पेट की गर्मी दूर हो जाती है।


एक चम्मच हल्दी पावडर को एक गिलास गुनगुने पानी में मिला कर घोल तैयार कर के उसके गरारे करने से पेट की गर्मी  दूर हो जाते है।


नीम का दातुन करने से भी पेट के रोग नष्ट हो जाते है। नीम के पत्तों का रस भी पेट के रोग के उपयोगी रहता है। (कड़वा नीम ईस्त्माल करें)


गिलोय, धमास, जावित्री, हरड़े, आंबला, बहड़े और दाख को मिला कर काढ़ा बना लें और फिर उस काढ़े को थोड़ा ठंडा होने दें। फिर उसमे थोड़ा शहद मिला कर उसे पीने से पेट की गर्मी  दूर होते हैं।

चावल में थोड़ा घी और एक चम्मच चीनी मिला कर खाने से भी पेट की गर्मी दूर हो जाती है। और पेट की गर्मी  मिट जाते हैं।



नारियल पानी पीने से भी पेट की गर्मी मिट जाती है। और पेट की गर्मी  दूर होते हैं।

बबूल की छाल को बारीक पीस कर पानी में उबाल कर घोल तैयार कर के उसके कुल्ले करने से भी पेट की गर्मी  और जीवा पर उबर आए दाने मिट जाते हैं।

Alovera का पेस्ट / रस पेट का दर्द कम होता है और पेट को ठंडक मिलती है।


यदि रोग गंभीर हो तो डॉक्टर की सलाह जरुर लें । अगर को चीज खाने से आपको प्रॉब्लम होती है तो उसे डॉक्टर की सलाह से लें ।

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