आइये जाने लोगों की सोच और समझ में अंतर

आइये जाने लोगों की सोच और समझ में अंतर


वकील चाहता है कि हर आदमी झगड़ालू हो.!

ठेकेदार चाहता है कि हर आदमी मजदूर हो! 

नेता चाहता है कि हर आदमी भोला-भाला और अनपढ़ हो!

तांत्रिक चाहता है कि हर आदमी भूत-प्रेतों से डरता रहे!

बैंक चाहता है कि हर आदमी कर्जदार हो! 

एक डॉ.चाहता है कि हर आदमी बीमार हो!

दारू का ठेकेदार चाहता है कि हर आदमी शराबी हो! 

पुजारी चाहता है कि हर आदमी अन्धविश्वास में डूबा रहे! 

पुलिस चाहती है कि हर आदमी जुल्मी हो!


लेकिन एक फौजी ही चाहता है कि सभी लोग अपने अपने घरों में सही सलामत रहें...
असली हीरो तो हमारे देश के जवान फौजी हैं!