Breaking News

भारतीय रेल से सम्बन्धित जानकारी

दोस्तों, अगर आप SSC, IAS, IPS, UPSC, HSSC, BANK etc.की तैयारी कर रहें हैं तो आप हमें Follow कर , हमारे द्वारा लिखी गई GK की हर रोज की New post जरुर पढ़ें हमारी पोस्टों को लगातार पढ़ कर आप अपनी कामयाबी हासिल कर सकते हैं,



रेल इंजिनों का निर्माण चितरंजन के लोकोमोटिव्ह वर्क्स, वाराणसी के डीजल लोकोमोटिव्ह वर्क्स तथा भोपाल के भारत हैवी इलेक्ट्रॉनिक्स लि. के कारखानों में किया जाता है।

महाराजा एक्सप्रेस रेलगाड़ी में कितने कोचेस होते हैं?23

सार्वजनिक क्षेत्र की इकाइयाँ मे. जेस्सोप्स, कोलकाता और भारत अर्थ मूव्हर्स लि. बेंगलुरु भी रेल कोचेस तथा विद्युत रेल इंजिनों का निर्माण करती हैं।

मोनो रेल को किस कम्पनी ने बनाया था?बर्लिन और जर्मनी के ओरिस्टेन और कोप्पल कम्पनियों
ने। मोनो रेल पटियाला के महाराजा के घूमने के लिए था। रेल संग्रहालय आज भी बुकिंग करके इसमें सवारी का अवसर देती है।

राजधानी एक्सप्रेस के बाद भारतीय रेल की दूसरी सर्वाधिक महत्वपूर्ण रेलगाड़ी कौन सी है?शताब्दी
एक्सप्रेस

शताब्दी एक्सप्रेस का नाम शताब्दी एक्सप्रेस क्यों रखा गया?क्योंकि इसे पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की जन्म शताब्दी के अवसर पर आरम्भ किया गया था।

शाही सैलून में कौन सवारी करते थे?महाराजा ऑफ मैसूर, महाराजा गायकवाड़ ऑफ बड़ौदा, प्रिंस ऑ वेल्स आदि

लाइफलाइन एक्सप्रेस (जीवनरेखा एक्सप्रेस) का आरम्भ किस वर्ष में हुआ? 1991 में

राजधानी एक्प्रेस किस गति से चलती है?
120 से 130 कि.मी. प्रति घण्टा

शाहदरा से तीस हजारी तक चली दिल्ली की पहली मेट्रो ट्रेन का निर्माण कहाँ हुआ था?दक्षिण
कोरिया के चांगवान फैक्ट्री में