क्या आपको सभी का पसंदीदा व्यक्ति बनना है ? / Kya apko Sabhi ka Pasandida Vyakti Bnna H ?
हेल्लो दोस्तों, आज हर कोई व्यक्ति चाहता है कि लोग उसे पसंद करें, समाज में उसकी पूछ हो और प्रोफेशनल लाइफ में उसे उचित सम्मान मिले। पर हकीकत में ऐसे बहुत ही कम लोग होते हैं जो सबके पसंदीदा व्यक्ति बन पाते है। आगे पढने से पहले आप अपने फ्रेंड सर्कल और प्रोफेशनल लाइफ में मौजूद कुछ ऐसे लोगों के बारे में सोचें जिन्हें ज्यादातर लोग पसंद करते हैं।

आज हम आपको बताते हैं - सभी का पसंदीदा व्यक्ति कैसे बना जाता है ?
1) सरलता को अपनाएं / Adopt Simplicity :-
हमारी पसंदीदा लोगों कि लिस्ट में जो लोग भी हैं उनमे एक बात कॉमन है वे सभी बड़े साधारण लोग हैं। उनमे किसी तरह का दिखावा नहीं है। न ही उन्हें अपने ज्ञान पे घमंड है, न ही उन्हें अपनी भूल को लेकर कुछ छिपाना है…न उन्हें अपनी ज्यादा कमाई पर कोई अभिमान है और न पैसे कम होने पर झूठ-मूठ का दिखावा है कि मेरे पास बहुत पैसे हैं। मतलब, ये ऐसे लोग हैं जो आपको वैसे ही दिखते हैं जैसे वे सचमुच हैं। और दिखावे से भरी इस दुनिया में ऐसे सरल लोग अपने आप ही अच्छे लगने लगते हैं। इसलिए अगर आपको भी पसंदीदा व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल होना है तो सरलता को अपनाएं।
2) सदा सच बोलें / Speak the Truth :-
छोटी-छोटी चीजों से लेकर बड़े-बड़े मामलों में सच बोलें। सच की ताकत से बड़ी शायद ही कोई और ताकत हो, और अगर ये ताकत आपके पास है तो अपने आप ही लोग आपको चाहने लगते हैं…आपके मुरीद हो जाते हैं। और जब ऐसा होता है तब आप कभी अपनी ही बातों को contradict नहीं करते, और धीरे-धीरे लोग आपको एक सच्चे व्यक्ति के रूप में जानने लगते हैं, आप पर भरोसा करने लगते हैं। सच बोलने वाले लोगों को सभी पसंद करते हैं और उनका सम्मान किया जाता है। वहीँ झूठ बोलने की आदत रखने वाले लोग भी आसानी से पहचाने जाते हैं और उन्हें कभी वो इज्जत वो सम्मान नही मिल पाता। यहाँ एक बात कहना चाहूँगा कि हमेशा सच बोलन एक बेहद कठिन काम है लेकिन अगर हम 100% of the time सच नहीं बोल सकते तो इसका ये मतलब नहीं कि हम इसके लिए effort ही ना करें…हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम अधिक से अधिक सच बोलें और कभी ऐसा झूठ तो कतई न बोलें जिससे किसी को नुक्सान हो!
3) निःस्वार्थता को बढाएं / Be Selfless :-
समाज में लोगो के मतलबी बन जाने से बहुत सी समस्याएं पैदा हो रही हैं। निःस्वार्थता एक उत्कृष्ट गुण है। अपनी दया और करुणा को यदि निःस्वार्थता से जोड़ दिया जाए तो आपका व्यक्तित्व दो गुना निखर जायेगा। मतलबी लोग हमेशा कमजोर होते हैं और वे कभी किसी को प्यार नही कर सकते, यहाँ तक की वे अपने रिश्तेदारों से भी प्यार नही करते। ऐसे लोगो को कोई पसंद नही करता।
निःस्वार्थता की भावना को बढ़ाने से आपमें अपनाने की क्षमता बढती रहेगी। कभी भी जीवन में किसी को धोका देने के बारे में न सोचे। क्योकि ऐसा करने से आपको चंद मिनटों का आनंद तो मिल सकता है लेकिन भविष्य में आपको जिंदगी भर का दुःख भी मिल सकता है। दुसरो की जरूरतों को जानने की कोशिश करे। लोगो को खुश करके उनकी ख़ुशी में ही खुश रहने की कोशिश करे और अपने अंदर निःस्वार्थता की भावना को विकसित करे। ऐसा करने से आपके व्यक्तित्व में चमत्कारिक बदलाव होगा।
4) उदार रहें / Be Generous :-
उदारता जीवन का आतंरिक भाग है। आप जो कुछ भी करते हो उसमे हमेशा उदार रहें। दूसरों के गुणों को देखें , मीठे शब्द बोले और बोलने से अधिक सुनने की आदत डालें। जिन्हें जरुरत है उनकी सहायता करें। अपने पैसों, सामान, समय, किताबो या और भी दुसरे रास्तो से उनकी सहायता करे। गरीबो को आपके कपडे और उपयोग की गयी वस्तुओ को देकर उनकी सहायता करे। निःस्वार्थ मन से उनकी सेवा करे।
बाइबिल में कहा गया है कि ,
"भूख को महसूस करें और उन लोगो की सहायता करे जो मुसीबत में है। तभी आपका प्रकाश अंधकार से उजाले की और जायेगा, और अंधकार उजाले में परिवर्तित हो जायेगा।" अपनी योग्यताओ को उनकी सहायता करने के लिये उपयोग करे जिन्हें जरुरत हो, जिन्हें आपका समय चाहिये हो, आपका ज्ञान चाहिये हो या आपसे पैसो की मदद चाहिए हो। आपका समय किसी अच्छे इंसान को दे, ताकि इसका फायदा दुसरे लोगो को भी हो सके। ऐसे बहुत से तरीके है जिनसे आप लोगो की सहायता कर सकते हैं। हमेशा दूसरो का ध्यान रखिये और अपने पास जो कुछ भी है उसे दूसरो के साथ बाटिये। उदारता से आपके व्यक्तित्व में चमत्कारिक बदलाव आएगा।
5) दूसरों को पसंद करें, उनका सम्मान करें / Genuinely Like and Respect others:-
दोस्तों, एक तरफ हम चाहते हैं कि लोग हमें पसंद करें, लेकिन दूसरी तरफ हम औरों के प्रति उदासीन व्यवहार बनाए रखते हैं! अगर हम चाहते हैं कि लोग हमें पसंद करें तो हमें औरों को भी पसंद करना होगा, उनका सम्मान करना होगा। और ये करना इतना कठिन नहीं है, अगर आप खोजेंगे तो हर एक इंसान में कुछ न कुछ ऐसा मिल जायेगा जो praiseworthy होगा, जो काबिले तारीफ होगा।
राल्फ वाल्डो इमर्सन ने कहा भी है –
मैं जिस व्यक्ति से भी मिलता हूँ वह किसी ना किसी रूप में मुझसे बेहतर है।
अगर हर कोई हमसे किसी न किसी रूप में बेहतर है तो उसको like करना , उसकी respect करना तो बनता है।सभी का आदर और सम्मान करे, चाहे कोई आपसे पद में छोटा ही क्यों न हो।
हमेशा याद रखे अपने व्यक्तित्व को निखारने के लिये आपको दूसरो को पसंद करने, उनका आदर करने की अपनी आदत को विकसित करना होगा। लोगों की गलतियाँ निकालना और उनकी आलोचना करना बंद करे। लोगो से कभी अपशब्दों में बात नही करें। कभी भी लोगो की बेईज्ज़ती ना करें और ना ही उनका मजाक उडाएं। कभी उन्हें तकलीफ में न डालें।
कोशिश करिए कि जो जैसा है उसे उस रूप में accept करें, परफेक्ट तो कोई भी नहीं! जब आप एक बार किसी को एक्सेप्ट कर लेते हैं तो अपने आप ही उस व्यक्ति के सम्बन्ध आपके साथ प्रगाढ़ होते चले जाते हैं और तब आप एक–दसूरे को अपना व्यक्तित्व सुधारने में मदद कर सकते हैं।
ये तो हो गयी सम्मान देने की बात, इसी का दुसरा पहलु है सम्मान पाना। तो इसके लिए बस इतना याद रखिये कि किसी से भी आप जबरदस्ती सम्मान नहीं पा सकते, बल्कि ये एक ऐसी चीज है जिसे आप अपने व्यवहार से कमा सकते हैं। इसलिए कभी भी औरों से ये एक्सेप्ट मत करिए कि वो आपका सम्मान करें बल्कि आप ऐसा कुछ करिए कि अपने आप ही लोग आपका सम्मान करें। और इसी का एक आसान तरीका है दूसरों का सम्मान करना- जब आप लोगों का सम्मान करते हैं तो बदले में आप भी सम्मान के अधिकारी हो जाते हैं। किसी ने सच ही कहा है, “दूसरो के साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप अपने लिये चाहते हैं।”
6) खुश रहें / Be Happy :-
आप किसके साथ समय बिताना चाहेंगे एक खुश व्यक्ति के साथ या एक मायूस इंसान के साथ? Obviously, हम उसी के साथ रहना पसंद करते हैं जो खुशमिजाज हो। इसलिए आप भी खुश रहने का प्रयास करिए। ये तो स्वभाविक है कि आपकी लाइफ में भी समस्यां होंगी, पर बावजूद इन समस्याओं के मुस्कुराना सीखिए। याद रखिये बुरी से बुरी स्थिति में भी कुछ न कुछ उम्मीद छिपी होती है, कुछ न कुछ ऐसा होता है जो हमें positivity की ओर ले जा सकता है, बस हमें उस नज़रिए से चीजों को देखने का प्रयास करना चाहिए।
जब आप खुश होते हो तो आपके लिये परिस्थिती को संभालना आसान हो जाता है। कभी भी अपनी तुलना दूसरो से न करे। क्योकि आप अकेले हो और इस धरती पर आपके जैसे व्यक्तित्व वाला दूसरा कोई नही है। अपनी मुसीबतों के लिये कभी भी दुसरो को दोषी न ठहराये। हमेशा मुस्कुराते रहे और मुस्कुराते हुए ही लोगो की सहायता करते रहे। क्योकि दुनिया उन्ही लोगों को पसंद करती है जिनका स्वभाव आनंदित होता है।
दोस्तों, ख़ुशी को टालिए नहीं, ये मत सोचिये कि जब मेरी पढाई पूरी हो जायेगी तब मैं खुश रहूँगा…जब मैं सफल हो जाऊँगा तब मैं खुश रहूँगा, नहीं आप आज ही से खुश रहिये । दरअसल, खुश रहना एक नजरिया है और अगर हम सबके पसंदीदा बनना चाहते हैं तो हमें ये नजरिया, ये attitude develop करना ही होगा!
7) माफ़ करना सीखें / Learn To Forgive:-
दूसरो को माफ़ करना इंसान के सबसे महान गुणों में से एक माना जाता है। क्योकि दुसरो को माफ़ करते समय आप अपने नहीं बल्कि दूसरो के जीवन के बारे में सोचने लगते हो और उसी समय आपके अंदर भलाई की भावना निर्मित होती है। आनंदित, खुश, दयालु और उदार रहने का यह एक महान तरीका है- दूसरो को माफ़ करते रहे।
यदि आप दूसरो के साथ लड़ाई करते हैं, बेकार की बहस करते हैं तो आप कभी शांत नही रह सकते। माफ़ी दूसरो को दिया जाने वाला सबसे बेशकीमती उपहार है। वह इंसान जो लोगो को माफ़ करता है और अपनी गलतियों को देखता है वह हमेशा क्रोध, दुःख, चिंता और मुसीबतों से दूर ही रहता है। बल्कि ऐसे इंसान के अंदर तो प्यार, करुणा, दया, आशा और ख़ुशी का समावेश होता है। माफ़ करने का एक ज़रूरी अंग है खुद को भी माफ़ करना। आपकी गलती हो या दूसरो की। माफ़ करने से आपका मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप से विकास होता है। वे लोग जो स्वयम को और दूसरो को माफ़ करना जानते है, वे बेकार की चिंताओं से मुक्त रहते हैं और फलत: उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। क्षमाशील स्वभाव वाले लोग अक्सर खुश रहते है। इसलिए आपको क्षमा करने की आदत डालनी चाहिये और दूसरो की गलतियों को माफ़ करना चाहिये।
दोस्तों, तो ये थीं वो आदतें जो आपको लोगों का पसंदीदा व्यक्ति बना सकती हैं। हम उम्मीद करते हैं कि यहाँ बताई गयी बातें आपके लिए उपयोगी होंगी और इन्हें अपना कर आप भी सभी की पसंदीदा सूची (favourite list) में शामिल हो पायेंगे!

आज हम आपको बताते हैं - सभी का पसंदीदा व्यक्ति कैसे बना जाता है ?
1) सरलता को अपनाएं / Adopt Simplicity :-
हमारी पसंदीदा लोगों कि लिस्ट में जो लोग भी हैं उनमे एक बात कॉमन है वे सभी बड़े साधारण लोग हैं। उनमे किसी तरह का दिखावा नहीं है। न ही उन्हें अपने ज्ञान पे घमंड है, न ही उन्हें अपनी भूल को लेकर कुछ छिपाना है…न उन्हें अपनी ज्यादा कमाई पर कोई अभिमान है और न पैसे कम होने पर झूठ-मूठ का दिखावा है कि मेरे पास बहुत पैसे हैं। मतलब, ये ऐसे लोग हैं जो आपको वैसे ही दिखते हैं जैसे वे सचमुच हैं। और दिखावे से भरी इस दुनिया में ऐसे सरल लोग अपने आप ही अच्छे लगने लगते हैं। इसलिए अगर आपको भी पसंदीदा व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल होना है तो सरलता को अपनाएं।
2) सदा सच बोलें / Speak the Truth :-
छोटी-छोटी चीजों से लेकर बड़े-बड़े मामलों में सच बोलें। सच की ताकत से बड़ी शायद ही कोई और ताकत हो, और अगर ये ताकत आपके पास है तो अपने आप ही लोग आपको चाहने लगते हैं…आपके मुरीद हो जाते हैं। और जब ऐसा होता है तब आप कभी अपनी ही बातों को contradict नहीं करते, और धीरे-धीरे लोग आपको एक सच्चे व्यक्ति के रूप में जानने लगते हैं, आप पर भरोसा करने लगते हैं। सच बोलने वाले लोगों को सभी पसंद करते हैं और उनका सम्मान किया जाता है। वहीँ झूठ बोलने की आदत रखने वाले लोग भी आसानी से पहचाने जाते हैं और उन्हें कभी वो इज्जत वो सम्मान नही मिल पाता। यहाँ एक बात कहना चाहूँगा कि हमेशा सच बोलन एक बेहद कठिन काम है लेकिन अगर हम 100% of the time सच नहीं बोल सकते तो इसका ये मतलब नहीं कि हम इसके लिए effort ही ना करें…हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम अधिक से अधिक सच बोलें और कभी ऐसा झूठ तो कतई न बोलें जिससे किसी को नुक्सान हो!
3) निःस्वार्थता को बढाएं / Be Selfless :-
समाज में लोगो के मतलबी बन जाने से बहुत सी समस्याएं पैदा हो रही हैं। निःस्वार्थता एक उत्कृष्ट गुण है। अपनी दया और करुणा को यदि निःस्वार्थता से जोड़ दिया जाए तो आपका व्यक्तित्व दो गुना निखर जायेगा। मतलबी लोग हमेशा कमजोर होते हैं और वे कभी किसी को प्यार नही कर सकते, यहाँ तक की वे अपने रिश्तेदारों से भी प्यार नही करते। ऐसे लोगो को कोई पसंद नही करता।
निःस्वार्थता की भावना को बढ़ाने से आपमें अपनाने की क्षमता बढती रहेगी। कभी भी जीवन में किसी को धोका देने के बारे में न सोचे। क्योकि ऐसा करने से आपको चंद मिनटों का आनंद तो मिल सकता है लेकिन भविष्य में आपको जिंदगी भर का दुःख भी मिल सकता है। दुसरो की जरूरतों को जानने की कोशिश करे। लोगो को खुश करके उनकी ख़ुशी में ही खुश रहने की कोशिश करे और अपने अंदर निःस्वार्थता की भावना को विकसित करे। ऐसा करने से आपके व्यक्तित्व में चमत्कारिक बदलाव होगा।
4) उदार रहें / Be Generous :-
उदारता जीवन का आतंरिक भाग है। आप जो कुछ भी करते हो उसमे हमेशा उदार रहें। दूसरों के गुणों को देखें , मीठे शब्द बोले और बोलने से अधिक सुनने की आदत डालें। जिन्हें जरुरत है उनकी सहायता करें। अपने पैसों, सामान, समय, किताबो या और भी दुसरे रास्तो से उनकी सहायता करे। गरीबो को आपके कपडे और उपयोग की गयी वस्तुओ को देकर उनकी सहायता करे। निःस्वार्थ मन से उनकी सेवा करे।
बाइबिल में कहा गया है कि ,
"भूख को महसूस करें और उन लोगो की सहायता करे जो मुसीबत में है। तभी आपका प्रकाश अंधकार से उजाले की और जायेगा, और अंधकार उजाले में परिवर्तित हो जायेगा।" अपनी योग्यताओ को उनकी सहायता करने के लिये उपयोग करे जिन्हें जरुरत हो, जिन्हें आपका समय चाहिये हो, आपका ज्ञान चाहिये हो या आपसे पैसो की मदद चाहिए हो। आपका समय किसी अच्छे इंसान को दे, ताकि इसका फायदा दुसरे लोगो को भी हो सके। ऐसे बहुत से तरीके है जिनसे आप लोगो की सहायता कर सकते हैं। हमेशा दूसरो का ध्यान रखिये और अपने पास जो कुछ भी है उसे दूसरो के साथ बाटिये। उदारता से आपके व्यक्तित्व में चमत्कारिक बदलाव आएगा।
5) दूसरों को पसंद करें, उनका सम्मान करें / Genuinely Like and Respect others:-
दोस्तों, एक तरफ हम चाहते हैं कि लोग हमें पसंद करें, लेकिन दूसरी तरफ हम औरों के प्रति उदासीन व्यवहार बनाए रखते हैं! अगर हम चाहते हैं कि लोग हमें पसंद करें तो हमें औरों को भी पसंद करना होगा, उनका सम्मान करना होगा। और ये करना इतना कठिन नहीं है, अगर आप खोजेंगे तो हर एक इंसान में कुछ न कुछ ऐसा मिल जायेगा जो praiseworthy होगा, जो काबिले तारीफ होगा।
राल्फ वाल्डो इमर्सन ने कहा भी है –
मैं जिस व्यक्ति से भी मिलता हूँ वह किसी ना किसी रूप में मुझसे बेहतर है।
अगर हर कोई हमसे किसी न किसी रूप में बेहतर है तो उसको like करना , उसकी respect करना तो बनता है।सभी का आदर और सम्मान करे, चाहे कोई आपसे पद में छोटा ही क्यों न हो।
हमेशा याद रखे अपने व्यक्तित्व को निखारने के लिये आपको दूसरो को पसंद करने, उनका आदर करने की अपनी आदत को विकसित करना होगा। लोगों की गलतियाँ निकालना और उनकी आलोचना करना बंद करे। लोगो से कभी अपशब्दों में बात नही करें। कभी भी लोगो की बेईज्ज़ती ना करें और ना ही उनका मजाक उडाएं। कभी उन्हें तकलीफ में न डालें।
कोशिश करिए कि जो जैसा है उसे उस रूप में accept करें, परफेक्ट तो कोई भी नहीं! जब आप एक बार किसी को एक्सेप्ट कर लेते हैं तो अपने आप ही उस व्यक्ति के सम्बन्ध आपके साथ प्रगाढ़ होते चले जाते हैं और तब आप एक–दसूरे को अपना व्यक्तित्व सुधारने में मदद कर सकते हैं।
ये तो हो गयी सम्मान देने की बात, इसी का दुसरा पहलु है सम्मान पाना। तो इसके लिए बस इतना याद रखिये कि किसी से भी आप जबरदस्ती सम्मान नहीं पा सकते, बल्कि ये एक ऐसी चीज है जिसे आप अपने व्यवहार से कमा सकते हैं। इसलिए कभी भी औरों से ये एक्सेप्ट मत करिए कि वो आपका सम्मान करें बल्कि आप ऐसा कुछ करिए कि अपने आप ही लोग आपका सम्मान करें। और इसी का एक आसान तरीका है दूसरों का सम्मान करना- जब आप लोगों का सम्मान करते हैं तो बदले में आप भी सम्मान के अधिकारी हो जाते हैं। किसी ने सच ही कहा है, “दूसरो के साथ वैसा ही व्यवहार करें जैसा आप अपने लिये चाहते हैं।”
6) खुश रहें / Be Happy :-
आप किसके साथ समय बिताना चाहेंगे एक खुश व्यक्ति के साथ या एक मायूस इंसान के साथ? Obviously, हम उसी के साथ रहना पसंद करते हैं जो खुशमिजाज हो। इसलिए आप भी खुश रहने का प्रयास करिए। ये तो स्वभाविक है कि आपकी लाइफ में भी समस्यां होंगी, पर बावजूद इन समस्याओं के मुस्कुराना सीखिए। याद रखिये बुरी से बुरी स्थिति में भी कुछ न कुछ उम्मीद छिपी होती है, कुछ न कुछ ऐसा होता है जो हमें positivity की ओर ले जा सकता है, बस हमें उस नज़रिए से चीजों को देखने का प्रयास करना चाहिए।
जब आप खुश होते हो तो आपके लिये परिस्थिती को संभालना आसान हो जाता है। कभी भी अपनी तुलना दूसरो से न करे। क्योकि आप अकेले हो और इस धरती पर आपके जैसे व्यक्तित्व वाला दूसरा कोई नही है। अपनी मुसीबतों के लिये कभी भी दुसरो को दोषी न ठहराये। हमेशा मुस्कुराते रहे और मुस्कुराते हुए ही लोगो की सहायता करते रहे। क्योकि दुनिया उन्ही लोगों को पसंद करती है जिनका स्वभाव आनंदित होता है।
दोस्तों, ख़ुशी को टालिए नहीं, ये मत सोचिये कि जब मेरी पढाई पूरी हो जायेगी तब मैं खुश रहूँगा…जब मैं सफल हो जाऊँगा तब मैं खुश रहूँगा, नहीं आप आज ही से खुश रहिये । दरअसल, खुश रहना एक नजरिया है और अगर हम सबके पसंदीदा बनना चाहते हैं तो हमें ये नजरिया, ये attitude develop करना ही होगा!
7) माफ़ करना सीखें / Learn To Forgive:-
दूसरो को माफ़ करना इंसान के सबसे महान गुणों में से एक माना जाता है। क्योकि दुसरो को माफ़ करते समय आप अपने नहीं बल्कि दूसरो के जीवन के बारे में सोचने लगते हो और उसी समय आपके अंदर भलाई की भावना निर्मित होती है। आनंदित, खुश, दयालु और उदार रहने का यह एक महान तरीका है- दूसरो को माफ़ करते रहे।
यदि आप दूसरो के साथ लड़ाई करते हैं, बेकार की बहस करते हैं तो आप कभी शांत नही रह सकते। माफ़ी दूसरो को दिया जाने वाला सबसे बेशकीमती उपहार है। वह इंसान जो लोगो को माफ़ करता है और अपनी गलतियों को देखता है वह हमेशा क्रोध, दुःख, चिंता और मुसीबतों से दूर ही रहता है। बल्कि ऐसे इंसान के अंदर तो प्यार, करुणा, दया, आशा और ख़ुशी का समावेश होता है। माफ़ करने का एक ज़रूरी अंग है खुद को भी माफ़ करना। आपकी गलती हो या दूसरो की। माफ़ करने से आपका मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप से विकास होता है। वे लोग जो स्वयम को और दूसरो को माफ़ करना जानते है, वे बेकार की चिंताओं से मुक्त रहते हैं और फलत: उनका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है। क्षमाशील स्वभाव वाले लोग अक्सर खुश रहते है। इसलिए आपको क्षमा करने की आदत डालनी चाहिये और दूसरो की गलतियों को माफ़ करना चाहिये।
दोस्तों, तो ये थीं वो आदतें जो आपको लोगों का पसंदीदा व्यक्ति बना सकती हैं। हम उम्मीद करते हैं कि यहाँ बताई गयी बातें आपके लिए उपयोगी होंगी और इन्हें अपना कर आप भी सभी की पसंदीदा सूची (favourite list) में शामिल हो पायेंगे!