पेट के रोग होने पर परहेज / Pet ke Rog Hone Par Parhej
पेट के रोग होने पर परहेज / Pet ke Rog Hone Par Parhej
यदि हमें कोई भी बीमारी लग जाये तो हमें घबराना नहीं चाहिए। यदि हम किसी रोग के होने पर डर जाते है तो इसके बहम की वजह से इसका इलाज सही नहीं करवा पाते । इसलिए हिम्मत रखना जरुरी है यदि किसी रोग का इलाज संभव है तो सिर्फ हिम्मत , उपचार तथा परहेज से । यदि किसी कारण से पेट के रोग होने पर परहेज रखने जरुरी है जो निचे दिए गए हैं ..................
सबसे पहले शराब , धूम्रपान और खैनी गुटखा खाते है, तो तुरंत खाना बंद करें।
यदि आप तीखा और ताला हुआ मसालेदार खाना के शोकिन है तो उसे कम कर दें।
कम से कम दिन में दो बार ब्रश करें। (सुबह उठने के बाद और सोने के पहले।
पानी अधिक से अधिक मात्रा में पीजिए।
तनाव कम करने का उपाय करें।
ब्रश हमेशा मुलायम धागों वाला ही ईस्त्माल करें। (ताकि मसूड़े छिलें नहीं।)
कम्प्युटर के सामने कम बैठें। और गरम वातावरण (धूप) में कम जाएं।
मुंह में दुर्गन्ध और मसूड़ों में सूजन रहती हों तो उसका तुरंत ईलाज करें।
विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की गोली भी खा सकते हैं। (Doctor की सलाह से)
जब तक ठीक न हों तब तक अधिक ठंडी और गरम चीजे खाना बंद करें।
अंत में, मैं कहना चाहूँगा कि आप इन नुस्खों को अपना कर अपने पेट के रोग ठीक कर सकते हैं। किन्तु किसी भी सलाह को अपनाने से पहले किसी डॉक्टर या आयुर्वेदिक विशेषज्ञ की सलाह लेना बेहतर होगा।