पेट की गर्मी दूर करने के आयुर्वेदिक उपचार / Pet Ke Rog Dur Karne Ke Deshi Tarike
पेट की गर्मी दूर करने के आयुर्वेदिक उपचार / Pet Ke Rog Dur Karne Ke Deshi Tarike
आज के समय में पेट में किसी भी प्रकार की बीमारी आना स्वभाविक सी बात है क्योंकि आज के समय में हम खाने पिने का ठीक से ध्यान नहीं रख पते इसके लिए मैंने कुछ देशी और घरेलू उपाय की जानकारी अपने से बड़े या बुजर्गों से ली है जो पहले समय में प्रयोग किया करते थे । उनमे से कुछ उपचार निचे लिख रहा हूँ ......
खाने के साथ दही और छाछ का सेवन भी पेट की गर्मी दूर करता है, जिस के कारण पेट की गर्मी दूर हो जाती है।
दही और चने की दाल को सप्ताह में कम से कम 2-3 बार जरुर खाएं इससे शरीर के काफी रोग ठीक हो जाते हैं ।
गुनगुने पानी को थोड़ा थोड़ा गर्म कर के किसी कांच की बोतल में डाल कर पेट पर घूमाये । इस प्रक्रिया को दिन में 2-3 बार करें। इसे पेट का दर्द कम हो जायेगा ।
एक चम्मच हल्दी पावडर को एक गिलास गुनगुने पानी में मिला कर घोल तैयार कर के उसके गरारे करने से पेट की गर्मी दूर हो जाते है।
अरहर दाल को एकदम बारीक पीस कर पिया जाए तो दर्द में तुरंत राहत मिलेगी और कुछ दिन में पेट की गर्मी ठीक भी हो जाएगी । इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार करना चाहिए।
नीम का दातुन करने से भी पेट के रोग नष्ट हो जाते है। नीम के पत्तों का रस भी पेट के रोग के उपयोगी रहता है। (कड़वा नीम ईस्त्माल करें)
अपामार्ग की जड़ का काढ़ा सेंध नमक मिला कर तैयार कर के उस काढ़े से कुल्ला करने से पेट की गर्मी मिट जाते हैं।
नींबू का रस गुनगुने पानी में मिला कर तथा नींबू पानी रोज पीने से पेट की गर्मी दूर होगी।
गिलोय, धमास, जावित्री, हरड़े, आंबला, बहड़े और दाख को मिला कर काढ़ा बना लें और फिर उस काढ़े को थोड़ा ठंडा होने दें। फिर उसमे थोड़ा शहद मिला कर उसे पीने से पेट की गर्मी दूर होते हैं।
चावल में थोड़ा घी और एक चम्मच चीनी मिला कर खाने से भी पेट की गर्मी दूर हो जाती है। और पेट की गर्मी मिट जाते हैं।
शहद को पिने से पेट को ठंडक मिलेगी और रोग दूर होंगे।
गुड का पानी / गुड का शरबत भी गले की सूजन और पेट का सटीक इलाज करता है। और इसके प्रयोग से पेट की गर्मी भी दूर होती है।
नारियल पानी पीने से भी पेट की गर्मी मिट जाती है। और पेट की गर्मी दूर होते हैं।
बबूल की छाल को बारीक पीस कर पानी में उबाल कर घोल तैयार कर के उसके कुल्ले करने से भी पेट की गर्मी और जीवा पर उबर आए दाने मिट जाते हैं।
Alovera का पेस्ट / रस पेट का दर्द कम होता है और पेट को ठंडक मिलती है।
यदि रोग गंभीर हो तो डॉक्टर की सलाह जरुर लें । अगर को चीज खाने से आपको प्रॉब्लम होती है तो उसे डॉक्टर की सलाह से लें ।
आज के समय में पेट में किसी भी प्रकार की बीमारी आना स्वभाविक सी बात है क्योंकि आज के समय में हम खाने पिने का ठीक से ध्यान नहीं रख पते इसके लिए मैंने कुछ देशी और घरेलू उपाय की जानकारी अपने से बड़े या बुजर्गों से ली है जो पहले समय में प्रयोग किया करते थे । उनमे से कुछ उपचार निचे लिख रहा हूँ ......
खाने के साथ दही और छाछ का सेवन भी पेट की गर्मी दूर करता है, जिस के कारण पेट की गर्मी दूर हो जाती है।
दही और चने की दाल को सप्ताह में कम से कम 2-3 बार जरुर खाएं इससे शरीर के काफी रोग ठीक हो जाते हैं ।
गुनगुने पानी को थोड़ा थोड़ा गर्म कर के किसी कांच की बोतल में डाल कर पेट पर घूमाये । इस प्रक्रिया को दिन में 2-3 बार करें। इसे पेट का दर्द कम हो जायेगा ।
एक चम्मच हल्दी पावडर को एक गिलास गुनगुने पानी में मिला कर घोल तैयार कर के उसके गरारे करने से पेट की गर्मी दूर हो जाते है।
अरहर दाल को एकदम बारीक पीस कर पिया जाए तो दर्द में तुरंत राहत मिलेगी और कुछ दिन में पेट की गर्मी ठीक भी हो जाएगी । इस प्रक्रिया को दिन में दो से तीन बार करना चाहिए।
नीम का दातुन करने से भी पेट के रोग नष्ट हो जाते है। नीम के पत्तों का रस भी पेट के रोग के उपयोगी रहता है। (कड़वा नीम ईस्त्माल करें)
अपामार्ग की जड़ का काढ़ा सेंध नमक मिला कर तैयार कर के उस काढ़े से कुल्ला करने से पेट की गर्मी मिट जाते हैं।
नींबू का रस गुनगुने पानी में मिला कर तथा नींबू पानी रोज पीने से पेट की गर्मी दूर होगी।
गिलोय, धमास, जावित्री, हरड़े, आंबला, बहड़े और दाख को मिला कर काढ़ा बना लें और फिर उस काढ़े को थोड़ा ठंडा होने दें। फिर उसमे थोड़ा शहद मिला कर उसे पीने से पेट की गर्मी दूर होते हैं।
चावल में थोड़ा घी और एक चम्मच चीनी मिला कर खाने से भी पेट की गर्मी दूर हो जाती है। और पेट की गर्मी मिट जाते हैं।
शहद को पिने से पेट को ठंडक मिलेगी और रोग दूर होंगे।
गुड का पानी / गुड का शरबत भी गले की सूजन और पेट का सटीक इलाज करता है। और इसके प्रयोग से पेट की गर्मी भी दूर होती है।
नारियल पानी पीने से भी पेट की गर्मी मिट जाती है। और पेट की गर्मी दूर होते हैं।
बबूल की छाल को बारीक पीस कर पानी में उबाल कर घोल तैयार कर के उसके कुल्ले करने से भी पेट की गर्मी और जीवा पर उबर आए दाने मिट जाते हैं।
Alovera का पेस्ट / रस पेट का दर्द कम होता है और पेट को ठंडक मिलती है।
यदि रोग गंभीर हो तो डॉक्टर की सलाह जरुर लें । अगर को चीज खाने से आपको प्रॉब्लम होती है तो उसे डॉक्टर की सलाह से लें ।