हरियाणवी भाषा में अपने दिल की दास्ताँ / Apne Dil Ki Bat Haryanvi Me
हरियाणवी भाषा में अपने दिल की दास्ताँ
वा टांग कै झोला कांधे पै...हांसदी हांसदी आया
करदी...
गेल बैरन अपने वा...दो छोटे भाईयां नै ल्याया करदी..
तडकी तडक स्कूल म्ह प्रार्थना गाया करदी..
आंख खोल देख्या करदा ज्यान कै..इतनी वा भाया करदी..
बेरा था नीत डिगरी मेरी...वा कडवी कडवी लखाया
करदी..
कदे कदे मास्टर आगै..शिकायत भी लगाया करदी...
मानिटर थी क्लास की बालकां नै चुप कराया करदी..
बोल बोल ज्यान कै छेडुं था उनै...फेर परियां सा मुंह चढाया
करदी..
फंक्शन म्ह दामन पहर वा ढुंग्या नै मटकाया करदी..
गुजराती स्टाईल म्ह वा डांडिया नै बजाया करदी..
थपरियां म्ह छोटे भाई नै हाथां तै खुवाया करदी..
आप खान खातर बैरन चालु भुजिया ल्याया करदी..
छुट्टी होकै थकी हारी अपने घर नै जाया करदी..
आ नी जे यु दुश्मन पाच्छै मन ए मन वा घबराया करदी...
6 बजे सांझ नै घर के बाहर पाया करदी..
कदे कदे हांस कै नै वा मेरे दिल नै भटकाया करदी...
मैं तो करडा मरया करू था उसपै काश वा भी यारां पै मरदी..
देख ले छोरी यादां म्ह तेरी मनै कुकर कविता घड दी ..