मेडम,चपरासी और रलदू के चुटकले

मेडम,चपरासी और रलदू के चुटकले


अध्यापिका :- ओये यहां आओ !
चपरासी :- मेडम जी मेरा नाम " ओये " नही है आप मुझे नाम लेकर बुलाया करे !
अध्यापिका :- अच्छा बताओ क्या नाम है तुम्हारा ?
चपरासी :- प्राणनाथ !
अध्यापिका :- नही कोई ओर नाम बताओ  , चलो घर वाले किस नाम से बुलाते हैं ?
चपरासी:- बालम !
अध्यापिका:- ये भी सही नही है चलो मोहल्ले वाले किस नाम से बुलाते हैं ??
चपरासी:- साजन !
अध्यापिका :- ये भी ठिक नही है , सर नेम क्या लगाते हो ??😖
चपरासी:- स्वामी 😊
😄😝😝





 रलदू नै चोरी करण की कसूती आदत
थी। एक
दिन
वो चोरी करदा पकड़या ग्या। थाणेदार
सिपाही से बोल्या
इसकै सौ जूत मार आप्पे सीधा हो जेगा।
सिपाही उसती हवालात म्ह जूत मारण खातर
लेग्या तो रलदू
उसती सौ का नोट दिखाकै बोल्याकिम्मे
हो नी सकदा।
सिपाही सौ का नोट गोज म्ह घाल कै
बोल्यामैं dhrti कै
जूत मारूँगा अर तूँ किलकी मारै जाइये। रलदू नै
एक
सौ का नोट
जेब तै काढ्या अर बोल्यालै
किलकी बी तूँ मार दिए
मन्नै जाण दे।