किसी की चाल से उसका व्यवहार कैसे जान सकते हैं ?
आपकी चाल आपके व्यवहार का दर्पण है। किसी की चाल देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसका व्यक्तित्व कैसा है। आपकी चाल आपके व्यक्तित्व के मजबूत पहलुओं के साथ-साथ कमजोर पक्ष को भी उजागर करती है। आज हम बता रहे हैं कि कैसे चाल बताती है आपके बारे में...
हाथ खोलकर और हाथ हिलाते हुए चलने वालों :-
हाथ खोलकर और हाथ हिलाते हुए चलने वाले काफी संवेदनशील और आत्मविश्वासी होते हैं। ऐसे लोगों में झिझक नहीं होती और ये आगे बढ़कर नए काम का दायित्व स्वीकार करते हैं। ऐसे लोग काफी बातूनी भी होते हैं। इन्हें झूठ से सख्त नफरत होती है और सीधी बातें पसंद करते हैं।
हाथ खोलकर और दोनो मुट्ठियां बंद चलने वालों :-
हाथ खोलकर और दोनो मुट्ठियां बंद कर चलने वाले व्यक्ति काफी अच्छे वक्ता होते हैं। ऐसे लोग अपनी बातों से लोगों को आकर्षित कर लेते हैं। इनकी सोच हमेशा सक्रिय रहती है, इसलिए ये अपने जीवन में सफल होते हैं। किसी भी काम को अति तक करने की आदत होती है।
हाथों को बगल में बांधकर चलने वालों :-
अक्सर अपने हाथों को बगल में बांधकर या सटा कर चलते हुए लोग दिख जाते हैं। ऐसे लोग जरूरत से ज्यादा स्वाभिमानी होते हैं। सुनते सबके हैं पर करते अपने मन की हैं। अपने नियम-कायदे खुद बनाते हैं। जो वादा करते हैं भरसक उसे पूरा करने की कोशिश करते हैं।
नजर झुका कर चलने वालों :-
चलते समय नजर झुका कर चलने वालों में आत्मविश्वास की कमी होती है। ऐसे लोग खुद में सिमटे रहते हैं, लोगों से मिलना-जुलना इन्हें पसंद नहीं होता है। ऐसे लोग हमेशा खुद पर एक तरह का बोझ महसूस करते रहते हैं। सीधे दिल की बात कहने में हिचकते हैं।
आंखें और चेहरा ज्यादा हिलाने वाले :-
चलते समय आंखें और चेहरा ज्यादा हिलाने वाले क्रिएटिव होते हैं। ऐसे लोग हमेशा कुछ नया करने की कोशिश में लगे रहते हैं। हालांकि ऐसे लोग अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल एक निश्चित दिशा में नहीं कर पाते हैं। रिश्तों को लेकर भी इनका जीवन संतुलित नहीं होता है।
हाथ खोलकर और हाथ हिलाते हुए चलने वालों :-
हाथ खोलकर और हाथ हिलाते हुए चलने वाले काफी संवेदनशील और आत्मविश्वासी होते हैं। ऐसे लोगों में झिझक नहीं होती और ये आगे बढ़कर नए काम का दायित्व स्वीकार करते हैं। ऐसे लोग काफी बातूनी भी होते हैं। इन्हें झूठ से सख्त नफरत होती है और सीधी बातें पसंद करते हैं।
हाथ खोलकर और दोनो मुट्ठियां बंद चलने वालों :-
हाथ खोलकर और दोनो मुट्ठियां बंद कर चलने वाले व्यक्ति काफी अच्छे वक्ता होते हैं। ऐसे लोग अपनी बातों से लोगों को आकर्षित कर लेते हैं। इनकी सोच हमेशा सक्रिय रहती है, इसलिए ये अपने जीवन में सफल होते हैं। किसी भी काम को अति तक करने की आदत होती है।
हाथों को बगल में बांधकर चलने वालों :-
अक्सर अपने हाथों को बगल में बांधकर या सटा कर चलते हुए लोग दिख जाते हैं। ऐसे लोग जरूरत से ज्यादा स्वाभिमानी होते हैं। सुनते सबके हैं पर करते अपने मन की हैं। अपने नियम-कायदे खुद बनाते हैं। जो वादा करते हैं भरसक उसे पूरा करने की कोशिश करते हैं।
नजर झुका कर चलने वालों :-
चलते समय नजर झुका कर चलने वालों में आत्मविश्वास की कमी होती है। ऐसे लोग खुद में सिमटे रहते हैं, लोगों से मिलना-जुलना इन्हें पसंद नहीं होता है। ऐसे लोग हमेशा खुद पर एक तरह का बोझ महसूस करते रहते हैं। सीधे दिल की बात कहने में हिचकते हैं।
आंखें और चेहरा ज्यादा हिलाने वाले :-
चलते समय आंखें और चेहरा ज्यादा हिलाने वाले क्रिएटिव होते हैं। ऐसे लोग हमेशा कुछ नया करने की कोशिश में लगे रहते हैं। हालांकि ऐसे लोग अपनी ऊर्जा का इस्तेमाल एक निश्चित दिशा में नहीं कर पाते हैं। रिश्तों को लेकर भी इनका जीवन संतुलित नहीं होता है।