आज के हिंदी शायरी मखोल/ Aaj ke Hindi Shayari Makhole
आज पेश है कुछ खास शायरी मखोल जो सभी के लिए आम बात की तरह बनाते जा रहे हैं।
आज हम जो बात करतें हैं वो मजाक ही होता है इसके कुछ उदहारण निचे दिए गए हैं।
हम शाम होते ही,
जब घर के सारे चिराग बुझा देते है,
फिर क्यों ये बेशरम बिजली वाले,
हमारे हाथों में लाखों के बिल थमा देते है !!
बैट्समैन ने बल्ला घुमाया,
बॉल ऐसे निकली जैसे तीर,
दुनिया में ऐसा कोई कैच नहीं,
जिसे लपक न सके गंभीर !!
नजर मिली तब वो अकेली थी,
दोस्ती हुई तो वो सहेली थी,
प्यार हुवा तो वो पहेली थी ,
दुसरे के साथ भाग गयी तब पता चला -
वो उस शहर की चिकनी चमेली थी
क्लास की हर लड़की एक फूल है,
उसे चाहना बहुत बड़ी भूल है,
जो इनके सोच में गुल है,
समझो उनके फेल होने के चान्सेस फूल हैं !!
आज हम जो बात करतें हैं वो मजाक ही होता है इसके कुछ उदहारण निचे दिए गए हैं।
हम शाम होते ही,
जब घर के सारे चिराग बुझा देते है,
फिर क्यों ये बेशरम बिजली वाले,
हमारे हाथों में लाखों के बिल थमा देते है !!
बैट्समैन ने बल्ला घुमाया,
बॉल ऐसे निकली जैसे तीर,
दुनिया में ऐसा कोई कैच नहीं,
जिसे लपक न सके गंभीर !!
नजर मिली तब वो अकेली थी,
दोस्ती हुई तो वो सहेली थी,
प्यार हुवा तो वो पहेली थी ,
दुसरे के साथ भाग गयी तब पता चला -
वो उस शहर की चिकनी चमेली थी
क्लास की हर लड़की एक फूल है,
उसे चाहना बहुत बड़ी भूल है,
जो इनके सोच में गुल है,
समझो उनके फेल होने के चान्सेस फूल हैं !!